नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस न हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और न ही हमारे संस्कार मिटा सकता है और इसलिए संकट के समय हमारी संवेदनाएं और जागृत हो जाती हैं. कोरोना को जवाब देने का एक तरीका करुणा भी है. यानि कोरोना को करुणा से जवाब दें.”
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अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता को संबोधित करेत हुए पीएम मोदी ने कहा, “मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि कहीं भी आपको डॉक्टर, नर्स या मेडिकल स्टाफ के साथ कोई बुरा बर्ताव होता दिख रहा हो तो आप वहां जाकर उन लोगों को समझाएं.”
पीएम मोदी ने कहा, “कोरोना से जुड़ी सही और सटीक जानकारी के लिए सरकार ने व्हाट्सएप के साथ मिलकर एक हेल्पडेस्क बनाया है.
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महाभारत के युद्ध के समय भगवान श्रीकृष्ण महारथी थे, सारथी थे. आज 130 करोड़ महारथियों के बलबूते पर हमें कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीतना है.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. मां शैलपुत्री स्नेह, करुणा और ममता का स्वरूप हैं. उन्हें प्रकृति की देवी भी कहा जाता है.
आज देश जिस संकट के दौर से गुजर रहा है, उसमें हम सभी को मां शैलपुत्री के आशीर्वाद की आवश्यकता है.”