रांची: राजधानी और यहां के धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी देने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है. उसका नाम राशिद रिजा है और वह सुरक्षा की गुहार लगाने वाली योग शिक्षिका राफिया नाज का भाई है. उसने अलग-अलग मेल आईडी से शहर के धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी पुलिस को दी थी. पुलिस की जांच में इसका खुलासा हुआ है. इस संबंध में रांची पुलिस को एक रिपोर्ट सौंपी गई है इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
रांची पुलिस को मेल आईडी [email protected] से एक धमकी भरा मेल मिला था जिसमें कहा गया था कि कि रांची के धार्मिक स्थानों पर बम विस्फोट होने वाला है. रहमत कॉलोनी डोरंडा में योजना बनाई जा रही है. रहमत कॉलोनी एसएस से डिश केबल वाला का भाई आबिद और अन्य लोग योजना बना रहे हैं.
मेल आईडी rameshkumar [email protected] से फिर एक मेल आया था. इसमें कहा गया था कि रहमत कॉलोनी में हत्या और विस्फोट की बड़ी योजना बनाई जा रही है कुछ लोग हैं जिन्होंने खास स्थान को लक्षित करने के लिए योजना बनाई है. वह निश्चित रूप से आईएसआई से जुड़े हुए हैं. उन लोगों को पकड़ा जाना चाहिए ताकी विस्फोट रोका जा सके.
धनबाद में 19 फरवरी 2019 को रेलवे ट्रैक पर बम कांड हुआ था जो इनके द्वारा ही किया गया था. यह प्रमाणिक जानकारी है जो दे रहा हूं इसके बाद पुलिस आबिद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करें या शहर में विस्फोट होने दे. इसके बाद पुलिस को एक और मेल आता है जिसमें इसी तरह की धमकी दी जाती है.
मेल की हुई जांच
रांची पुलिस को मिले मेल की जांच हुई साइबर सेल के सहयोग से जांच की गई जांच करते अधिकारी ने जांच के क्रम में आबिद कमर से पूछताछ की. पता चला कि आबिद कमर 5 भाई हैं. इसमें सैयद बद्युजमा जो डिश केबल का व्यापार करता है. दूसरा शाहिद मांडू में नाजिर के पद पर कार्यरत है. तीसरा साजिद इकबाल स्वास्थ्य विभाग सरायकेला में कार्यरत है. चौथा सैयद खालिद विकलांग है. वही रिक्शा चलाकर परिवार चलाता है. पांचवा वेद डोरंडा में टाइल्स की दुकान चलाता है. जांच में इनके खिलाफ आरोपों की कोई पुष्टि नहीं हुई. इसके बाद अधिकारियों को शक हुआ किसके पीछे कोई और है इसके बाद पुलिस ने दूसरे आरोपी फिदा हुसैन के बारे में पता लगाया. मेल भेजने में इसका कोई हाथ नहीं पाया गया.
क्या है रिपोर्ट में
रांची पुलिस को मई 2019 में भेजी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि ईमेल आईडी खोलने के लिए जिस फोन नंबर का उपयोग किया गया वह फोन नंबर राशिद रिजा के नाम से आवंटित है जो डोरंडा रहमत कॉलोनी का रहने वाला है. उसकी दो बहन है जिसमें एक योग शिक्षिका भी है. रिजा ने जांच अधिकारी को बताया कि सभी मेल इनके द्वारा ही अलग-अलग आईडी बनाकर भेजे गए हैं.
जांच के दौरान पता चला कि असूस कंपनी का लैपटॉप जिओ फाई का डोंगल सिम और बीएसएनएल का सिम लगा असूस का मोबाइल सेट है. राशिद ने यह भी बताया कि उसकी बहन को पिछले दिनों धमकी भरा फोन आया था. उसे आबिद कमर और फिदा हुसैन पर शक था. इसलिए उसमें इस तरह का मेल भेजा है. पुलिस ने फिदा हुसैन और आबिद कमर की जांच की. लेकिन कुछ नहीं मिला. इस मामले में अब योग शिक्षिका का भाई फंस गया है.