रांची: सरकार बार-बार यह कह रही है कि लाभुकों को तय मापदण्ड के आधार पर ही अनाज दी जाये कम न हो. लेकिन इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है. लाभुकों को अनाज कम दिया जा रहा है.
इसका उदाहरण हजारीबाग के हरहद पंचायत में देखने को मिला. यहां लाभुकों को 30 किलो के बजाय 28.330 किलो अनाज दिया जा रहा है. इसका पता उस वक़्त लगा जब एक लाभुक को दिये गये अनाज का वजन किया गया.
लाभुक से पूछा गया कि कितना अनाज है तो उसने कहा कि 30 किलो है. जब अनाज से भरी बोरी का वजन किया गया तो पाया गया कि उस बोरी में 28.30 किलो अनाज है. जब इस बारे में राशन दुकानवाले से पूछा गया तो उसने बताया कि गोदाम से ही कम दिया जा रहा है. सबको राशन देना है इसलिए उसी हिसाब से दे रहे हैं.
राशन दुकानवाले से पूछा गया कि क्या हर बार राशन कम दिया जाता है? तो उसने हिचकिचाते हुए कहा कि हां, हर बार राशन कम ही मिलता है. लोगों ने भी कहा कि हर बार राशन कम दिया जाता है. यह हालत सिर्फ हजारीबाग की नहीं, कमोबेश लगभग झारखंड के हर जिले से ऐसी शिकायत आ रही है. कई PDS दुकानदार का तो लाइसेंस भी रद्द किया जा चुका है.