नई दिल्ली: युवा भारतीय क्रिकेटर संजू सैमसन को भारतीय टी-20 टीम से बाहर किए जाने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने निराशा जताई है.
उन्होंने चयनकर्ताओं के इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी खिलाड़ी बिना खिलाए बाहर करने का क्या मतलब हुआ है. थरूर ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी और सैमसन का समर्थन किया.
जानकारी के अनुसार संजू सैमसन को बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 श्रृंखला के लिए विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में चुना गया था. ऐसे में विराट कोहली के टीम इंडिया में आने के चलते उनकी जगह नहीं रही और उन्हें बाहर कर दिया गया.
सैमसन ने अभी तक भारत के लिए केवल एक टी-20 मैच खेला है. उन्होंने यह मुकाबला 2015 में खेला था लेकिन इसके बाद से दोबारा टीम में जगह नहीं बना पाए हैं.
शशि थरूर ने संजू सैमसन के समर्थन में मलयालम में ट्वीट किया जिसका मतलब था, ‘बिना मौका दिए संजू सैमसन को बाहर किए जाने से काफी निराश हूं.
3 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में वह पानी ले जाता रहा और फिर उसे बाहर कर दिया. वे उसकी बैटिंग का टेस्ट ले रहे थे या दिल का?’ शशि थरूर पहले भी इस युवा क्रिकेटर की पैरवी कर चुके हैं.
अलावा महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़, गौतम गंभीर ने भी सैमसन की तारीफ की लेकिन प्रदर्शन में निरंतरता की कमी की वजह से सैमसन का दावा मजबूत नहीं हुआ. पहले एमएस धोनी और फिर ऋषभ पंत के आने से वह पिछले दो वर्षों में भारत की सीमित ओवरों की टीम से बाहर रहे.
संजू सैमसन को विजय हजारे ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में चुना गया था. उन्होंने एक मैच में दोहरा शतक भी जड़ा था. इस प्रदर्शन के बाद कई दिग्गजों ने सैमसन को टीम इंडिया में जगह देने की मांग की थी.
भारतीय चयन समिति ने भी संजू पर भरोसा जताया और टी-20 सीरीज के लिए चुना. माना जा रहा था कि ऋषभ पंत के खराब प्रदर्शन को देखते हुए सैमसन को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है. लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उम्मीद जताई जा रही थी कि वेस्टइंडीज सीरीज के लिए उन्हें टीम में रखा जा सकता था. लेकिन गुरुवार को जब टीम इंडिया का ऐलान हुआ तो सैमसन का नाम नदारद था.