रामगढ़: एकल अभियान रामगढ़ अंचल के विकास नगर स्थित कार्यालय में रामगढ़, जमशेदपुर और रांची के व्यास कथाकारों का तीन दिवसीय अभ्यास वर्ग के समापन पर आए हुए सभी लोगों का सम्मान समारोह का आयोजन सोमवार को किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में रामगढ़ के समाजसेवी कमल बगड़िया पूरे अंचल समिति के साथ मौजूद रहे.
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर भारतीय संस्कृति के अनुसार मंत्र उच्चारण के साथ किया गया. आये हुए अतिथियों के परिचय के बाद अंचल समिति के सचिव ने एकल अभियान के विषय में विस्तार से सभी को जानकारी दी और कहा कि आज से 30 वर्ष पूर्व झारखंड के धनबाद क्षेत्र के टुंडी गांव से एकल अभियान की शुरुआत हुई थी, जो आज के समय में पूरे देश में 1,00,000 से भी अधिक गांव में एकल अभियान के द्वारा सेवा प्रदान की जा रही है.
इस अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार अपने संबोधन में एकल अभियान का नाम लिया है. एकल अभियान का उद्देश्य यह है कि जहां के बच्चे विद्यालय तक नहीं जा सकते थे उन तक विद्यालय को पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
मुख्य अतिथि के रूप में कमल बगड़िया ने इस समारोह के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि रामगढ़ अंचल में भी एकल अभियान के तहत 480 गांव में काम किया जा रहा है जो अपने आप में अचंभित करने वाला है. एकल अभियान के कार्यकर्ताओं को देव तुल्य कार्यकर्ता कहते हुए संबोधित किया और कहा की वनवासियों तक शिक्षा पहुंचाने का काम अपने आप में बहुत बड़ा काम कहलाता है, जिसे एकल अभियान ने आज 1,00,000 गांव तक पहुंचा दिया.
कार्यक्रम अंत में सभी जगह से आए हुए लगभग 35 व्यास कथाकारों को भगवा गमछा एवं शॉल से सम्मानित किया गया वहीं आए हुए मुख्य अतिथि एवं अतिथियों को श्रीमद्भागवत गीता की पुस्तक भेंट की गई. धन्यवाद ज्ञापन रामगढ़ अंचल संस्कार शिक्षा के अध्यक्ष भास्कर अग्रवाल ने किया.
इस दौरान अंचल अध्यक्ष रितेश कुमार, कोषाध्यक्ष मनोज अग्रवाल, इंदर अग्रवाल, अभियान प्रमुख चंद्रशेखर महतो, खीरेंद्र महतो, फागू महतो, रीता कुमारी सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे.