– खरीदारी के दौरान सड़कों-मुहल्लों और बाजारों में न लगाएं बेवजह की भीड़
– बाजार में शारीरिक दूरी का करें पालन, चेहरे को अच्छी तरह मास्क से ढकें
– दुकानदारों को सैनिटाइजर रखना है अनिवार्य, आम व्यक्ति भी साथ लेकर चलें
– सरकार के दिशा निर्देशों का करें पालन, स्वयं के साथ दूसरों को करें सुरक्षित
पूर्णियां: सूबे में 16 अगस्त तक लॉकडाउन है, लेकिन इस बीच आम जनों की सुविधा के लिए जिले में बंदिशों से कुछ ढील दी गई है. ढील इस शर्त पर मिली है कि लोग कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे.
यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ऐसा वह केवल अपने लिए नहीं बल्कि अपने परिवार और पूरे समाज के लिए करेंगे. हालांकि जैसे-जैसे समय गुजर रहा है लोग नियमों को लेकर लापरवाह भी होते जा रहे हैं.
सड़कों-मुहल्लों और बाजारों में अक्सर लगने वाली भीड़ इसकी गवाह हैं. लोग शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे हैं. इन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि राहत लॉकडाउन से मिली है, कोरोना से नहीं.
पूरे प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में अगर लोगों की मनमानी और नियमों की अनदेखी जारी रही तो यह नादानी लॉकडाउन के शुरुआत में बरती गई सावधानी और संयम पर पानी फेर सकती है.
यहां सावधानी है सबसे ज्यादा जरूरी:
लोगों की सुविधा के लिए जो छूट मिली है उससे सड़कों व बाजारों में रंगत लौटने लगी है. हालांकि इन जगहों पर ही सबसे ज्यादा सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत है. सभी को समझना चाहिए कि सरकार और अधिकारी हरेक जगह नहीं रह सकते, हर वक्त कोई निगरानी नहीं रख सकता.
ऐसे में आपको अपना ख्याल स्वयं ही रखना होगा. शॉपिंग मॉल और दुकानों के सामने इतनी जगह रहती है कि गोले बनाकर शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया जा सकता है. लेकिन पटरी दुकानदार फुटपाथ पर सामग्री रखते हैं. सामने सड़क रहती है. लोग आते-जाते रहते हैं, मोल भाव करते हैं.
लिहाजा, इनके सामने भीड़ लगी रहती है. ऐसे में यहां एक से दूसरे तक संक्रमण के फैलने का खतरा रहता है. इसलिए फुटपाथ के खुदरा व सब्जी दुकानदार, ठेले पर घूम घूमकर रोजमर्रा व अन्य सामान बेचने वाले को सतर्कता बरतते हुए सुरक्षा के मानकों का पालन करना चाहिए. साथ ही जो लोग इसने सामान लेते हैं, वे भी अपनी सुरक्षा का पहले ख्याल रखें.
युवाओं को होना होगा जागरूक:
घर और मोहल्लों में अक्सर युवा गप्पे लड़ाते दिख जा रहे हैं. वहीं बाजार की ओर घूमने के ख्याल से निकल जा रहे हैं. किसी ने मास्क पहना होता है तो किसी ने नहीं. वहीं ये अक्सर वार्तालाप के दौरान मास्क भी मुंह से उतार देते हैं.
शारीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखते. यह खतरनाक हो सकता है. बाजार और सड़क पर ग्रुप में निकलना, बाइक पर दो से तीन लोगों का सवार होकर आराम से फर्राटे भरना गलत है.
सभी को याद रखना होगा कि कोरोना का खतरा आज भी बरकरार है. आपका सावधानी व संयम का मंत्र भूलना और बेपरवाही पूरे समाज पर भारी पड़ सकती है.
सरकार कर रही है जागरूक, आप भी दें सहयोग:
राज्य और केंद्र सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार इस बात के लिए जागरूक कर रही है कि आमजन घर से बाहर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें. शहर के सभी प्रतिष्ठानों में सैनिटाइजर की व्यवस्था हो.
दुकानदार मास्क लगाएं और ग्राहकों से उचित दूरी रखें. बाजार की सड़कों में लोगों और वाहनों की भीड़ न लगे. लोग सार्वजनिक जगहों पर एकत्र होने से बचें और सड़कों पर कहीं भी थूकने से बचें.
सबको ध्यान में रखना होगा कि बचाव और सुरक्षा के उपाय तबतक कारगर नहीं हैं जबतक कि आम नागरिकों का सहयोग सरकार को नहीं मिलता. इसलिए यह वक्त है साथ मिलकर और नियमों का पालन करते हुए संक्रमण को हराने का.
बिहार नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा बाजार जाने के लिए प्रसारित नियम:
– बाजार जाने के पहले अपने नाक-मुंह को अच्छी तरह मास्क या कपड़े से ढकें.
– बाहर निकलने के लिए अलग चप्पल का इस्तेमाल करें.
– सामान लाने के लिए थैला साथ रखें.
– 70 प्रतिशत अल्कोहल वाला छोटा सैनिटाइजर साथ ले लें और इसका बाहरी चीजों को छूने पर इसका प्रयोग करें.
– बाहर अनावश्यक रूप से किसी भी वस्तु को न छुएं.
– बाजार में हरेक व्यक्ति से पर्याप्त 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
– एटीएम जाना हो तो दरवाजे के हैंडल, कीबोर्ड को पहले सैनिटाइज करें.
– एटीएम कार्ड और समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करें.
– बाजार से लाए गए फल-सब्जी को अच्छे से साफ कर ही प्रयोग में लाए.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग :
चूनापुर हवाई अड्डा रोड स्थित स्थानीय व्यवसायी शानू रॉय ने कहा पूर्णिया शहरी क्षेत्र में तो लोग जागरूक हुए हैं, लेकिन बाहरी इलाकों में कहीं-कहीं नियमों का सही से पालन नहीं हो रहा है.
संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सबसे ज्यादा सावधानी बाजारों और दुकानों में बरतने की जरूरत है. लोग भीड़ न लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए खरीदारी करें. हमारी अपनी सुरक्षा हमारे अपने हाथों में ही है. हम आज सतर्कता और सावधानी बरतेंगे तभी कल सुरक्षित रहेंगे.
फ्रेंड्स कैफे संचालक, पूर्णियाँ के साकिब खान ने बताया शुरू में जैसे लोगों ने नियमों का पालन किया आज कहीं न कहीं उसमें अनदेखी हो रही है. पूर्णिया में दिनों के अंतराल में जब दुकानें खुलती हैं तो कई जगह भीड़ देखी जाती है.
जल्दबाजी में लोग बिना मास्क के भी निकल जाते हैं. इन सबसे बचना होगा. काम तो जरूरी है ही, लेकिन अपनी सुरक्षा भी सभी को देखनी चाहिए. हम सभी लोग किसी न किसी रूप से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. इसलिए संक्रमण से स्वयं को सुरक्षित रखते हुए हमें आज पूरे समाज को सुरक्षित रखना है.