जमशेदपुर :- बिरसानगर थाना पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. जमशेदपुर के जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचे बिरसानगर निवासी पेशे से शिक्षक गोपाल दास चतुर्वेदी ने बिरसानगर थाना पुलिस पर संगीन आरोप लगाते हुए एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. इस दौरान शिक्षक गोपाल दास चतुर्वेदी ने बताया कि उनके बड़े भाई की पड़ोसियों ने हत्या कर दी थी, जिसका मुकदमा अभी न्यायालय में चल रहा है. उन्होने बताया कि भाई के शोक में माता- पिता का की देहांत हो चुका है.
बीते 31 दिसंबर को पड़ोसियों द्वारा उनपर भी जानलेवा हमला किया गया. उन्होने बताया कि किसी तरह से वे जान बचाकर पहले सिदगोड़ा थाना पहुंचे जहां से उन्हें बिरसानगर थाना भेज दिया गया. मगर बिरसानगर थाना द्वारा उन्हें ईलाज कराए जाने के बदले एक कमरे में बंद कर रखा गया. और देर रात पीआर बांड भरवाकर छोड़ दिया गया.
उन्होने बताया कि थाना से छूटने के बाद सीधे एमजीएम अस्पताल पहुंचे जहां ईलाज कराने के दौरान उनके सीने की हड्डियां टूटी हुई पाई गई. मगर बिरसानगर थाना द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है. उन्होने एसएसपी से अपना और अपने परिवार के लिए इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचे. बताया जा रहा है कि शिक्षक का भाई पिंटू कुमार की हत्या होने के बाद शौक लगने से माता-पिता का देहांत हो गया. वही दोनों बहन की शादी हो जाने से शिक्षक अकेले ही घर पर रहता है. जहां नौकरी नहीं मिलने पर उन्होंने ट्यूशन पढ़ा कर अपना पालन पोषण करते है .
31 दिसंबर के दिन पुराने विवाद को लेकर पड़ोसी गुरु पोदो गोराई ने भाई और पड़ोसी के साथ मिलकर शिक्षक की जमकर पिटाई कर दी जिससे उनका छाती पर काफी चोट आई है. थाना में जाने पर उल्टा शिक्षक को ही बैठाकर मारपीट के कारण पर समझौता कराकर छोड़ा गया. हालांकि इलाज कराने के बाद शिक्षक न्याय की गुहार लगाने अपने बहन और साथियों के साथ सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंच मीडिया के समक्ष अपनी बातें रखी. फिलहाल उनका इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है.