पानी को लेकर हाहाकार, फूटा लोगों का गुस्सा, इंजीनियर को बनाया बंधक
धनबाद: झारखंड के धनबाद को कोल कैपिटल या कोयला राजधानी के नाम से भी जाना जाता है. इस कोयलांचल के लोग इन दिनों पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं.
यहां के झरिया में होरलाडीह के लोगों के सब्र का बांध आखिर टूट गया. बड़ी संख्या में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने होरलाडीह कोलियरी का घेराव कर प्रबंधन के खिलाफ धरना दिया. ये लोग पानी के बर्तन हाथ में लिए हुए थे.
होरलाडीह कोलियरी का प्रबंधन देखने वाली भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) के इंजीनियर को मंगलवार को घंटों तक बंधक बनाए रखा गया. ये कोलियरी BCCL के पीबी एरिया के तहत आती है.
प्रदर्शनकारी महिलाएं हाथों में चूड़ियां लेकर BCCL अधिकारियों को दिखाती नजर आईं. इन महिलाओं का कहना है कि ‘पानी के लिए करीब 3 साल से भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रोजाना 3 से 4 किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ता है.
जिस कारण ना तो हमारे बच्चे पढ़ाई कर पाते है, और न ही इनके पति काम पर जा पाते हैं. कई बार पानी की समस्या को लेकर प्रबंधन को अवगत कराया गया, पर एक बार भी समाधान के लिए कदम नहीं उठाया गया. इसके बाद ही मजबूरन घेराव का रास्ता अपनाना पड़ा.’
होरलाडीह के निवासियों के मुताबिक, BCCL प्रबंधन 3 वर्ष पहले होरलाडीह बस्ती में पानी दे रहा था. अभी भी कुछ इलाके में बीसीसीएल की ओर से पानी की सप्लाई की जा रही है, लेकिन करीब 5 हजार की आबादी वाले होरलाडीह बस्ती को 3 साल से पानी नहीं दिया जा रहा. प्रदर्शनकारियों ने ये भी कहा कि अगर उनकी पानी की दिक्कत अब भी दूर नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा.