साजन मिश्रा,
बसंतराय: प्रखंड क्षेत्र में बीते गुरुवार को गोड्डा जिला उपायुक्त भोर सिंह यादव के निर्देशानुसार,बसंतराय में एक ट्रैक्टर चावल के जब्ती के मामले में जिला से आए तीन सदस्य टीम,जिसमें कार्यपालक दंडाधिकारी मनोज कुमार,जिला आपूर्ति पदाधिकारी एजाज आलम,गोड्डा अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज,प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी राजेश कुमार के द्वारा पकड़ाए गए चावल के चालान रशीद पर दर्ज तीन डीलरों को अपने जांच के घेरे में लिया था,जिसमें है धपरा पंचायत के बादै गांव के अमरेंद्र कुमार,कैथपुरा पंचायत के मंजर बुजुर्ग गांव के बजरंग संघ समिति और डेरमा पंचायत के डेरमा गांव के विनय कुमार झा नामक डीलर के घर जांच पड़ताल की गई थी.
जांच के दौरान डीलरों के पिछले महीने की स्टॉक की स्थिति,उनके यहां की वितरण स्थिति,स्टॉक रजिस्टर जैसे कई कागजात की जांच की गई. इसी क्रम में मांजर बुजुर्ग गांव के बजरंग संघ समिति के दो कार्ड धारियों के द्वारा जांच के लिए गए पदाधिकारी के समक्ष डीलर के द्वारा प्रति व्यक्ति आधा किलो कम चावल देने की बात कही,लाभुकों ने बताया था कि पांच किलोग्राम प्रति यूनिट चावल के जगह साढ़े चार किलोग्राम प्रति यूनिट ही चावल दिया जाता है,जिसके बाद अनुमंडल अधिकारी ऋतुराज के द्वारा संबंधित प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देशित कर उक्त आरोप पर जांच करने कहा गया था.
वहीं इस मामले में जांच को लेकर शनिवार को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मांजर बुजुर्ग गांव के बजरंग संघ समिति के लाभुकों से मिला और उन्होंने जानकारी लेते हुए पूछा कि क्या बजरंग संघ समिति जन वितरण प्रणाली के विक्रेता के द्वारा आप सभी को मानक के अनुरूप खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराई जाती है या नहीं, जिस पर सभी ग्रामीणों ने हाथ खड़ा कर अपनी सहमति जताई और अपना हस्ताक्षर भी दिया. वहीं इस बाबत जब जांच टीम के समक्ष कम चावल देने वाले व्यक्ति को बुलाकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सामाजिक आक्रोश के कारण हमने ऐसा कह दिया था,वहीं जिस समय हमने ऐसा बयान दिया था उस वक्त हम नशे के हालात में थे, जबकि जन वितरण प्रणाली के विक्रेता द्वारा में प्रतिमाह नियत समय पर मानक के अनुरूप खाद्य पदार्थ उपलब्ध करा दी जाती है,जो हमारे घर के बच्चे उठाते हैं,जिसके बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने संबंधित दोनों व्यक्ति को कड़ी फटकार लगाते हुए आगे ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत दी.
इस बाबत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि उक्त मामले को लेकर हमें जिला से निर्देश दिया गया था की पूरे मामले का जांच पड़ताल कर रिपोर्ट किया जाए,जिसके तहत बजरंग संघ समिति के जन वितरण प्रणाली के लाभुकों के बीच आकर हमने पूछताछ की जहां पर कुल बत्तीस लाभुकों ने अधोहस्ताक्षरी यह स्वीकार किया कि हमें जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के द्वारा किसी भी खाद्य पदार्थ में कटौती नहीं की जाती है,जबकि जो व्यक्ति खाद्यान कटौती की बात कही थी उन्होंने अपने बयान में आपकी आक्रोश के कारण नशे के हालात में ऐसा कहने की बात स्वीकारी है.