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अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में संभाग आयुक्त ने दिए निर्देश
ग्वालियर: कोविड-19 के कारण ग्वालियर संभाग में आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत कार्य कराए जाएं.
ग्वालियर संभाग में मनरेगा के तहत कितने कार्य प्रारंभ किए गए हैं और कितने प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है इसकी जानकारी प्रत्येक सप्ताह संभागीय कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करें.
संभागीय आयुक्त एम बी ओझा ने संभाग स्तरीय अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में विभागीय अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं.
मोतीमहल के मानसभागार में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा कर शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन तेजी के साथ करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
बैठक में संभागीय उपायुक्त डॉ. आर पी भारती, संयुक्त आयुक्त रामकुमार शर्मा, संभागीय समन्वयक डॉ. विशाल प्रताप सिंह तोमर, माफी ऑफीसर मनीषा कॉल, ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ के के गौर, संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश बी के शर्मा, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास सीमा शर्मा एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
संभागीय आयुक्त ओझा ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किए जाएं. कोविड-19 के कारण जो श्रमिक अन्य प्रदेशों से वापस अपने घर आए हैं उन्हें रोजगार के लिये परेशान न होना पड़े.
ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों के माध्यम से जल संरक्षण एवं संवर्धन के अधिक से अधिक कार्य हाथ में लिए जाएं. प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ जॉब कार्ड का वितरण भी अनिवार्यत: किया जाए.
संभागीय आयुक्त ओझा ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि ग्वालियर संभाग के किसी भी जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदा गया खाद्यान्न खुले में नहीं रहना चाहिए. इसके साथ ही जिन किसानों से खाद्यान्न क्रय किया गया है उनका भुगतान शेष नहीं रहे. बैठक में मंडियों में कराए जा रहे निर्माण कार्य की भी समीक्षा की गई.
ग्वालियर संभाग के सभी जिलों में मंडियों के माध्यम से कराए जा रहे निर्माण कार्यों की जानकारी नियमित रूप से भेजने के निर्देश भी दिए गए. आगामी बैठक में मंडी के कार्यपालन यंत्री को सम्पूर्ण जानकारी के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए.