रांची: रांची स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, (ट्रिपल आईटी) के संस्थापक निदेशक प्रोफेसर विष्णु प्रिये ने कहा है कि यह संस्थान तकनीकी शिक्षा में वैश्विक मापदंडों पर खरा उतरेगा. उन्होंने कहा कि ट्रिपल आईटी में केंद्र सरकार का 50, राज्य सरकार का 35 प्रतिशत और सीसीएल का 5 तथा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का 5 प्रतिशत और अन्य एक संस्थान की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
उन्होंने बताया कि कांके प्रखंड में 66 एकड़ भूमि पर स्थायी परिसर की योजना को अंतिम रूप दिया गया है. उन्होंने बताया कि छात्र-छात्राओं में तकनीक आधारित तथा उद्योग उन्मुख शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए संस्थान ने डाटा साइंस और बायोइन्फॉरमेटिक्स समेत अन्य विषयों की पढ़ाई होगी.
प्रो. प्रिये ने बताया कि पिछले वर्ष 81.5 अंतिम वर्ष के स्नातक विद्यार्थियों ने अच्छी कंपनियों में नौकरियां पायी है और औसतम पैकेज 6.90 लाख सालाना था. इस वर्ष अब तक 30 प्रतिशत छात्र नौकरियां एवं इंन्टर्नशिप पा चुके है, प्लेसमेंट का यह सत्र जून 2021 तक चलेगा.
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ट्रिपल आईटीडीएम जबलपुर द्वारा आयोजित ऑल इंडिया ट्रिपनल आईटी स्पोर्ट्स मीट में रांची स्थित ट्रिनल आईटी के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 6 स्वर्ण, 14 रजत और 11 कांस्य पदक के साथ द्वितीय विजेता का स्थान हासिल किया था.
उन्होंने कहा कि ट्रिपल आईटी झारखंड में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है और राज्य और देश के छात्रों को उद्योग उन्मुख कौशल प्रदान करने, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए एक मिशन के साथ आगे बढ़ रहा है.
इसके अलावा समय-समय पर स्थानीय लोगों और राज्य के विभिन्न संकाय सदस्यों और शोध छात्रों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आईटी क्षेत्र के नये-नये आयामों से अवगतकराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, सीपीडब्ल्यूडी द्वारा दी गयी समय सारिणी के अनुसार ट्रिपल आईटी रांची का स्थायी परिसर कांके में दिसंबर 2022 तक पूर्ण रूपेण परिचालित हो जाएगा.