खास बातें:-
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दो साल बाद भी टीवीएनएल का नहीं हो पाया विस्तारीकरण
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कैबिनेट से मिल चुकी थी स्वीकृति
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1320 मेगावाट का एक यूनिट स्थापित होना था
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हर दिन टीवीएनएल के ढाई करोड़ बिजली खरीदता है वितरण निगम
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डेढ़ साल बाद भी टीवीएनएल का विस्तारीकरण नहीं हो पाया है
रांची: राज्य के एकमात्र थर्मल पावर प्लांट टीवीएनएल (तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड) में वित्तीय संकट गहरा गया है. यह सब बिजली वितरण निगम के बकाये को लेकर हुआ है. वितरण निगम के पास टीवीएनएल का बकाया बढ़कर लगभग 4000 करोड़ रुपये हो गया है.
पूर्व सीएम रघुवर दास ने भी कहा था कि टीवीएनएल को कोयला खरीदने का पैसे मिलते रहना चाहिये. किसी भी हाल में यूनिटें बंद न हो यह सुनिश्चित होना चाहिये.
कोयला खरीदने का भी पूरा पैसा नहीं
अब टीवीएनएल प्रबंधन के पास कोयला खरीदने के लिये पूरा पैसा जुगाड़ नहीं हो पा रहा है. एक दिन में दोनों यूनिटों को चलाने के लिये 7000 टन कोयले की जरूरत होती है. हर महीने 32 करोड़ का कोयला खरीदा जाता है. वहीं टीवीएनएल के अफसरों- कर्मियों को भी वेतन देने में लगभग छह करोड़ रुपये खर्च होते हैं.
क्या है टीवीएनएल की फैक्ट फाइल
- टीवीएनएल की दोनों यूनिटों को चलाने के लिये हर माह 1.5 लाख टन कोयले की है जरूरत
- एक दिन में 7000 टन होती है कोयले की जरूरत
- टीवीएनएल हर महीने खरीदता है 32 करोड़ का कोयला
- एक यूनिट बिजली उत्पादन में 700 से 800 ग्राम कोयले की जरूरत
- बिजली उत्पादन के लिए जेड-8 और जेड-9 श्रेणी के कोयले का होता है उपयोग
- एक यूनिट बिजली उत्पादन में 3.60 रुपये प्रति यूनिट आता है खर्च
- एक माह में 20 करोड़ की बिजली का होता है उत्पादन
- प्रति माह डीजल में 3.5 करोड़ खर्च
- मेंटेनेंस में दो से ढ़ाई करोड़ खर्च
- कर्मचारियों-अधिकारियों के वेतन में हर माह लगभग छह करोड़ खर्च
- बिजली वितरण निगम हर दिन टीवीएनएल से लगभग ढ़ाई करोड़ की खरीदता है बिजली