रांचीः बीजेपी के दो मंत्री और दो विधायक बॉर्डर लाइन पर हैं. इनके टिकट पर भी सस्पेंस है. पार्टी की सर्वे रिर्पोट के अनुसार इनकी गतिविधि संतोषजनक नहीं बताई गई है. इसमें वर्तमान शिक्षा मंत्री सह कोडरमा विधायक नीरा यादव, स्वास्थ्य मंत्री सह विश्रामपुर विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी के साथ गुमला विधायक शिवशंकर उरांव और मनिका विधायक हरेकृष्ण सिंह के नाम शामिल हैं. इनकी जगह बीजेपी नये चेहर को टिकट दे सकती है.
नीरा यादव के टिकट पर भी असमंजस
शिक्षा मंत्री नीरा यादव के टिकट पर भी असमंजस बरकरार है. वर्तमान मंत्री को विपक्ष से ज्यादा अपनों से चुनौती मिलेगी और इन्हीं दावेदारों में से कोई एक टिकट नहीं मिलने पर दूसरी तरफ मजबूती से मोर्चा संभाले नजर आयेगा. हालांकि, सभी दलों के नेता अपनी उम्मीदवारी को लेकर ताल ठोक रहे हैं.
हॉट सीट मानी जा रही है कोडरमा
पहली बार 1952 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अवध बिहारी दीक्षित विजेता होकर विधायक बने थे. 1957 में छोटानागपुर संथाल परगना से जनता पार्टी के जीपी त्रिपाठी ने जीत हासिल की थी. 1990 में जनता दल के उम्मीदवार रमेश प्रसाद यादव विधायक चुने गये. इस जीत के बाद लगातार कई वर्षों तक चुनाव की धुरी रमेश यादव व बाद में यहां से विधायक बनीं उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी के ईद-गिर्द घूमती रही. रमेश यादव के निधन के बाद 1998 के उप चुनाव में सहानुभूति लहर के बीच राजद की अन्नपूर्णा देवी ने भाजपा के रमेश सिंह को हराया और इसके बाद वह लगातार तीन बार जीतीं. वर्ष 2014 में डॉ नीरा यादव ने अन्नपूर्णा देवी को पराजित किया था.
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