मो. अरबाज,
चतरा: विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे मतदाता भी मुखर होने लगे हैं. एक तरफ जिला प्रशासन से लेकर प्रखंड प्रशासन तक विभिन्न गांवों में चुनाव को ले मतदाताओं को जागरूक करने के लिए लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
वहीं दूसरी ओर विगत पांच वर्षों तक जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के उपेक्षा का दंश झेलने वाले मतदाता अब गोलबंद होकर नेताओं के विरुद्ध मोर्चा खोलने लगे हैं. इतना ही नहीं उपेक्षा का दंश झेल रहे ग्रामीणों ने बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर वोट बहिष्कार तक का ऐलान कर दिया है.
बता दें कि जिला मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर दूर स्थित लावालौंग प्रखंड लमटा पंचायत के शिवराजपुर गांव के ग्रामीणों ने इस बार चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है. इसे लेकर ग्रामीणों ने गांव में जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया है.
ग्रामीणों का कहना है कि जब उनके मत का महत्व ही नहीं है तो मतदान का क्या औचित्य. इन्हीं समस्याओं से परेशान ग्रामीणों ने सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग पूरी नहीं होने पर विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
रैली के दौरान ग्रामीणों ने विकास नहीं तो वोट नहीं, शिक्षा नहीं तो वोट नहीं, पानी नहीं तो वोट नहीं, सिंचाई नहीं तो वोट नहीं व स्वास्थ्य नहीं तो वोट नहीं जैसे सरकार विरोधी नारे लगाए. ग्रामीणों ने आगे बताया कि सड़क नहीं बनने से गांव के ही कुछ लोग सड़क की जमीन को अतिक्रमण करते जा रहे हैं.