रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास एक अनोखा रिकॉर्ड है. मुख्यमंत्री रहते हुए शिबू सोरेन तमाड़ से चुनाव हारे थे और मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन दुमका से चुनाव हारे थे .प्रतुल ने कहा कि पूरे देश में ऐसा कोई दूसरा दल नहीं जिस के दो नेता मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव हारे हो. यह साफ दिखाता है कि इन नेताओं का दायरा उस समय भी बहुत सीमित था और ये पूरे प्रदेश के नेता कभी नहीं बन पाए थे.
मुख्यमंत्री के पद पर आसीन व्यक्ति का चुनाव हारना बहुत बड़ा राजनीतिक घटना होता है. अगर झामुमो के इन नेताओं का पूरे प्रदेश में जनाधार होता तो यह किसी भी क्षेत्र से चुनाव आसानी से जीत जाते. प्रतुल ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में दिसुम गुरु शिबू सोरेन दुमका से चुनाव हार गए थे. जिन के नाम पर झारखंड मुक्ति मोर्चा पूरे प्रदेश में वोट मांगती है जब वो गुरु जी अपने परंपरागत क्षेत्र में चुनाव हार जाएं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा की जमीनी हकीकत सामने आ जाती है.
प्रतुल ने कहा संथाल परगना में आज भी भारतीय जनता पार्टी के 7 विधायक हैं जबकि झामुमो के 6. भाजपा यहां 15 सीटों पर जीतेगी और कोल्हान में भी बड़ी जीत हासिल करेगी. आदिवासी मूलवासी को इतने वर्षों तक वोट बैंक बनाकर रखने वाले सोरेन परिवार को झारखंड की जनता जान चुकी है. रघुवर जी ने इन वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा. विकास के मुद्दे पर और स्थाई सरकार के मुद्दे पर भाजपा रघुवर दास जी के नेतृत्व में 65+ के लक्ष्य को पार करेगी.