रांची: झारखंड के राजनीतिक परिदृश्यों पर बात करें तो ताजा सूरत-ए-हाल बता रही है कि महागठबंधन में सीटों का बंटवारा इतना आसान नहीं था. लेकिन जैसे ही चुनाव आयोग ने चुनावी तारीखों की घोषणा कि उसके बाद से ही पार्टियां एक्टिव मोड पर आ गई.
81 सीटों वाले झारखंड विधानसभा के लिए सबसे बड़े विपक्षी दल के तौर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा बीसियों बार 42-45 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी कर चुका है. जबकि कांग्रेस 35 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात करती रही है और आरजेडी 14 सीटों पर. लेकिन अब धुंध साफ दिखाई दे रही है. जेएमएम 44 ,कांग्रेस 30, आरजेडी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि आरजेडी इस बार विधानसभा चुनाव में 14 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही थी, जो अब 7 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजी हुई है.
BNN संवाददाता ने प्रवक्ता शैलेन्द्र शर्मा से जब पूछा कि आप लोग 14 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे थे, तो अब 7 सीटों पर राजी क्यों हो गए. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं हमें बड़ा दिल दिखाना था और हमने बड़ा दिल दिखाया भी. भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की तैयारी है. इसलिए महागठबंधन एकजुट है और बड़ा दिल दिखया जा रहा.