गुमला: आईटीडीए भवन के सभागार में जिला प्रशासन ’’सिनी’’ एवं ’’प्रदान’’ के संयुक्त तत्वावधान में ’’एक कदम एनीमिया मुक्त गुमला’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज किया गया.
कार्यशाला का उदघाटन उपायुक्त गुमला शशि रंजन, सिविल सर्जन डाॅ. विजया भेंगरा, सहायक समाहर्ता सह सहायक दण्डाधिकारी मनीष कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेन्द्रनाथ भादुड़ी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा एवं सिनी व प्रदान के प्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर किया.
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि नीति आयोग द्वारा गुमला जिला आकांक्षी जिला के रूप में चयनित है. स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में गुमला जिले में एनीमिया मुक्त गुमला का विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है. यह अभियान जिला प्रशासन, सिनी एवं प्रदान के संयुक्त तत्वावधान में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाया जा रहा है.
अभियान के प्रथम चरण में रायडीह, पालकोट, गुमला एवं घाघरा प्रखण्डों को 2021 तक एनीमिया मुक्त प्रखंडो बनाना है. इसके लिए सबसे पहले 72% एनीमिया प्रभावित गुमला जिले में एनीमिक महिलाओं का सर्वे किया जाना है. साथ ही एनीमिक महिलाओं विशेषकर गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से मुक्ति दिलाना है. इसके लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, ग्रामीण विकास एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के समेकित प्रयास से चयनित प्रखण्डों में विशेष शिविर लगाकर एनीमिया स्क्रीनिंग किया जाएगा.
कार्यशाला में प्रदान के देवांजन घटक, सिनी के सुमन्त्रा मुखर्जी, डाॅ. सुजाता चक्रवर्ती कौर, रंजन कांति पंडा ने ऑडियों/वीडियों प्रजेंटेशन के माध्यम से पायलट प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा निर्धारित समय के अंदर एनीमिया मुक्त गुमला अभियान को सफल बनाने के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने का आह्वान किया.