रांची: केंद्रीय सरना समिति के द्बारा केंद्रीय पुजा स्थल सरना टोली हतमा में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुण्डा के नेतृत्व में भगवान बिरसा मुण्डा के मुर्ति में माल्यार्पण कर केंद्रीय पुजा स्थल में वृक्षारोपण कर सादगी पूर्वक विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया.
मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर हम सबो के आदिवासी शहीदों को नमन करते हुए उनके बताऐ हुए रास्तों पर चलने की जरूरत है. हम आदिवासियों को अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए अपनी रिति रिवाज, धर्म संस्कृति, परंम्परा को बचाने एंव बनाए रखने की जरूरत है.
केंद्रीय अध्यक्ष बबलू मुण्डा ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई. सभी जनजाति समाज से आग्रह किया है कि अपनी रूढि परंम्पारिक व्यवस्था जो पूर्वजो द्वारा स्थापित की गई उसे अक्षुण बनाने रखने की हर संम्भव कोशिश करे, चूंकि आने वाली पीढ़ी इससे दूर होती चली जा रही है.
आदिवासी दिवस के अवसर पर राज्य सरकार से मांग करती है कि आदिवासियों की सभ्यता संस्कृति एवं धार्मिक रीति रिवाजों पर किसी तरह का कुठाराघात ना हो, राज्य सरकार इसे सुनिशित करे.
महासचिव कृष्णकांत टोप्पो ने कहा कि आदिवासियों का भविष्य निरन्तर अंधकारमय होते चला जा रहा है. इस हेतू सांगठनिक एक्ता अत्यन्त आवश्यक है. आदिवासियों को चाहिए कि अपनी भाषा संस्कृति वा रिति रिवाजों पर निति स्पष्ट होना चाहिए, इन्ही सबो की वजह से आदिवासी दिवस का औचित्य सही ठहरता है.
मौके पर केंद्रीय सरना समिति का सचिव डब्लू मुण्डा, अमर मुण्डा, अरूण पाहन, आनिल मुण्डा, उपाध्यक्ष किरण तिर्की, सुभाष मुण्डा, संजय हेमरोम, दशरथ मुण्डा, निर्मल पाहन, नितिन मुण्डा इत्यादि मौजूद थे.