रांची: आज अखिल झारखण्ड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश सचिव ओम वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि निजी स्कूल के 3 माह के फ़ीस माफ़ी को लेकर कल दिनांक 27/5/2020 को आदरणीय शिक्षा मंत्री महोदय एवं निजी स्कूल के प्रचार्य के साथ बैठक हुई जिसमें फीस माफ़ी को लेकर कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल पाया.
यह बैठक छात्रों एवं अभिभावकों को बरगलाने के लिए की गयी थी. शिक्षा मंत्री महोदय के द्वारा कहा गया कि” निजी स्कूल को बार बार आग्रह एवं निर्देश देने पर मेरी बात नहीं मान रहे हैं और न ही पत्र का कोई भी जवाब दे रहे हैं. उनके इस रवैया से मेरा शिक्षा मंत्री होना ही बेकार है.
निजी स्कूल मेरी बात नहीं मान रहे है” इस तरह का बयान अति दुर्भाग्यपूर्ण है एवं इसकी जितनी भी निंदा की जाय कम है. चुंकि पूरे राज्य के छात्र, राज्य सरकार एवं मंत्री से शिक्षा और रोजगार सहित अपनी सुंदर भविष्य की कल्पना करते है परंतु उनके द्वारा इस तरह का बयान छात्रों के मनोबल को कहीं ना कहीं तोड़ता है.
अतः झारखण्ड राज्य के सभी छात्र एवं आजसू झारखण्ड सरकार, मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से आग्रह करती कि जिस तरह निजी स्कूल और निजी कोचिंग संस्था द्वारा छात्रों एवं अभीभावकों को ठगा एवं बरगलाया जा रहा है. झारखण्ड हित, छात्र हित में राज्य सरकार के द्वारा नियम और निर्देश बनाने हेतु आध्यदेश लाकर उनकी मनमानी पर रोक लगाया जाये ताकि यहां के छात्र अपने सुंदर भविष्य की कल्पना एक स्वच्छ वातावरण में कर पाए.