लखनऊः उत्तर प्रदेश में आये आंधी-पानी में अब तक 43 लोगों की मौत होने की खबर है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपए सहायता का ऐलान किया है. राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा आज जारी अद्यतन रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं में कुल 43 लोगों की मौत हुई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगतों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने अधिकारियों को पूरी तत्परता से प्रभावितों को राहत एवं मदद पहुंचाने का कार्य करने के निर्देश दिए हैं.
सर्वाधिक आठ लोगों की मौत उन्नाव में हुई, जबकि कन्नौज में पांच लोगों ने जान गंवाई. राजधानी लखनऊ में घर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 अन्य घायल हो गए. उधर मौसम विभाग ने कई जिलों में फिर से आंधी और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है. इस दौरान 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की है.
दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है. इसी के साथ बरसात का चार महीने लंबा मौसम शुरू हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर भारत में “सामान्य से ज्यादा” बारिश हो सकती है जबकि मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में “सामान्य” बरसात का अनुमान है.
बहरहाल, पूर्वी और पूर्वोत्तरी भारत में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कम बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ” दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी.” जून से सितंबर तक चलने वाले इस मानसून की वजह से देश में 75 फीसदी बारिश होती है.
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने 30 मई को मानसून आने की घोषणा की थी लेकिन आईएमडी ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि इस तरह की घोषणा के लिए अभी स्थितियां बनी नहीं हैं.