लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार ने रविवार को दावा किया कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन के कारण प्रदेश में लौटे 51 लाख श्रमिकों को रोजगार दे दिया है और अगले हफ्ते 10 लाख और लोगों को रोजगार देने की योजना है.
मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने दावा किया कि राज्य सरकार अब तक 51 लाख प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दे चुकी है. इनमें से ज्यादातर रोजगार मनरेगा योजना के तहत दिए गए हैं.
राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने मुख्यमंत्री को एक बैठक में बताया कि प्रदेश में 51 लाख श्रमिकों और कामगारों को रोजगार से जोड़ा जा चुका है. मृत्युंजय ने बताया कि राज्य सरकार अगले हफ्ते 10 लाख अतिरिक्त लोगों को रोजगार देगी.
25 मार्च को देशभर में हुए लॉकडाउन के बाद से ही अलग-अलग राज्यों में रह रहे प्रवासी श्रमिकों ने अपने घरों के लिए लौटना शुरू कर दिया था. इनमें से लाखों श्रमिक उत्तर प्रदेश के भी थे.
प्रदेश में श्रमिकों के लौटने के बाद से ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के अधिकारियों को आदेश दिया था कि ऐसे लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं.
मुख्यमंत्री ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना से लेकर मनरेगा और अन्य योजनाओं में इन प्रवासियों को काम देने का आदेश दिया था.
सीएम ने रविवार 14 जून को लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, MSME जैसे कई विभागों के साथ एक बैठक की जिसमें रोजगार दिए जाने को लेकर योजना पर चर्चा हुई.