रांची: टपक सिंचाई पद्धति अपनाकर राज्य के किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं. इसका उदाहरण रामगढ़ जिला अंतर्गत मांडू प्रखंड की करमा पंचायत स्थित बरमसिया गांव के युवा किसान नागेश्वर महतो हैं.
वे रोटी रोजगार के लिए दर-दर भटकने वालों के लिए प्रेरणास्रोत बन चुके हैं. रांची कॉलेज से एमए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने खेती किसानी को रोजगार के रूप में चुना और यहां से शुरू हुई उनके आत्मनिर्भर बनने की कहानी.
नागेश्वर महतो आज करीब 8 एकड़ बंजर जमीन को लीज में लेकर टपक सिंचाई पद्धति और उन्नत कृषि तकनीक के माध्यम से कम पानी में ज्यादा सब्जी पैदा कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं. वे रोजाना ढाई से 3 क्विंटल सब्जियां बेच देते हैं, जिससे उन्हें हजारों रुपए का मुनाफा होता है.
नागेश्वर ने खेती किसानी के काम में सफलता अर्जित कर इलाके में नजीर पेश की है. उनके चाचा पांड्या महतो और परिवार के अन्य सदस्य भी कृषि कार्यों में उनका भरपूर साथ दे रहे हैं.
रामगढ़ में टपक सिंचाई योजना से खेती कर कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने वाले किसानों की सूची में नागेश्वर महतो आज अग्रणी के रूप में शामिल हैं. इलाके के प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कोरोना संकट काल में भी मुनाफा कमा रहे हैं जो उनकी अथक मेहनत का नतीजा है.
रामगढ़ की धरा को हरा भरा कर युवा कृषक नागेश्वर महतो ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया है, जिससे अन्य बेरोजगार युवक भी प्रेरित होकर खेती से जुड़ रहे हैं. नागेश्वर महतो ने बता दिया है कि कामयाबी की मंजिल तक पहुंचने के लिए खेती किसानी को भी जरिया बनाया जा सकता है.