रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश के आत्मनिर्भर भारत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पहले भाजपा यह बताएं कि स्टैंड अप इंडिया, मेक इन इंडिया, गंगा सफाई स्वच्छ भारत अभियान का हश्र क्या हुआ.
अभी आत्मनिर्भर भारत, लोकल से वोकल, स्वाभिमानी भारत, विश्व गुरु बनने का वक्त नहीं है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री दोनों को यह मालूम होना चाहिए कि भारत पूरी तरह से आत्म निर्भर है.
भाजपा को यह जवाब देना चाहिए कि प्रधानमंत्री के गलत निर्णयों के कारण भारत आज कोरोना वायरस दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच कर विश्व गुरु बनने जा रहा है.
चीन के बॉर्डर पर जाकर प्रधानमंत्री गौतम बुद्ध और भगवान महावीर का पाठ पढ़ाते हैं, और चीनी सेना हमारे जवानोंकी हत्या करता है. पूरे देश में संक्रमण बढ़ता जा रहा है, झारखंड में भी संक्रमण बढ़ रहा है प्रधानमंत्री इसके ऊपर कुछ भी नहीं बोल रहे है ना ही भाजपा के नेतागण.सभी निर्णय राज्यों के ऊपर थोप कर आम जनों को कष्ट में छोड़ दिया है.
कांग्रेस पार्टी देश की जनता की तरफ से यह जानना चाहती है संक्रमण से बचने के लिए प्रधानमंत्री के पास क्या योजनाएं हैं, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था, मजदूरों की दयनीय हालत, पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से बचने के क्या उपाय हैं.
शब्दों के बाजीगरी से देश को और कितने दिनों तक गुमराह करते रहेंगे. प्रधानमंत्री इसका जवाब भाजपा नेतृत्व को देना चाहिए तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी कोरोना काल में पत्र लिख कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में शायद नाम लिखवाना चाहते हैं.
पूरी भाजपा कोराना काल में पत्र लिखना और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के समाचार छपवा ना यही एकमात्र उपलब्धि है. कोरोना के डर से पिछले 6 महीने से दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के कार्यालय में साढ़े 6 किलो का ताला बंद कर बैठने वाले भाजपा को जवाब देना चाहिए.
बाबूलाल मरांडी, दीपक प्रकाश ने ढुल्लू महतो के धनबाद घर में जाकर बचाव करके एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भाजपा का माफिया, बलात्कारी, अपराधियों के साथ इन गहरा रिश्ता रहा है और इनका मोह भंग नहीं हुआ है.
पांच चरणों में आर्थिक पैकेज की घोषणा करने वाले दलों को यह भी बताना चाहिए कि क्या फुटपाथ दुकानदारों, रेहड़ी पटरी वाले, ऑटो चालक, रिक्शा चालक, चाय वाले, गरीब गुरबा इन सब को आर्थिक पैकेज का राहत मिल गया, इन्हें बैंकों से कर्ज मिल गया, इनके खाते में पैसे पहुंच गए. अनर्गल बातोंसे ध्यान तो भड़काया जा सकता है लेकिन देश प्रधानमंत्री की सच्चाई को समझ चुका है.