सुरूर रज़ा
रांची: राजधानी की स्थिति विकट हो गयी है. एक तरफ कोरोना और दूसरी तरफ कूड़ा, जायें तो जायें कहां? दोनों से बचना जरूरी है. शहर की साफ-सफाई के लिए नगर निगम लाखों रुपए खर्च करती है. फिर भी शहर की हालत बदतर बनी हुई है. जगह-जगह कूड़ों का अंबार देखने को मिल रहा है. जिससे आम लोगों को काफी परेशानियां हो रही हैं. इस वक्त कोरोना से सभी जंग लड़ रहे है, और दूसरी तरफ गंदगी से कई तरह की बीमारियां होने का डर लोगों को सता रहा है.
दुर्गंध से लोगों को हो रही है परेशानी:
बारिश का मौसम शुरू हो गया है. बारिश की वजह से नालियों में बरसात का पानी जमा हो रहा है. बारिश का पानी अपने साथ कूड़े भी लाकर नाली को जाम कर रहा है. जिस वजह से नाली का पानी बदबू दे रहा है. जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बीमारी होने का डर लग रहा है.
बारिश होने की वजह से नाली का गंदा पानी सड़क पर:
तेज बारिश होने पर नाली का गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है. यह नजारा डेली मार्केट के पास वाले इलाके में होता है. इसके अलावा अन्य कई और इलाके भी जहां नाली का गंदा पानी सड़क पर बहता है.
हर तरफ कचरे का ढेर लगा हुआ है:
शहर के अधिकतर सड़कों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. जिसकी वजह से कूड़े के ढेर पर आवारा पशु भी मंडरा रहे हैं. गली-मोहल्ले की भी हालत कुछ ठीक नहीं बरसात के मौसम में कई तरह की बीमारी होने का डर लोगों को सता रहा है. इस तरह से शहर में फैले कूड़े से गंदगी बढ़ेगी और लोगों में बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है.