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कांग्रेस के दवाब की जगह राज्य की जनता के स्वास्थ्य व सुरक्षा को प्राथमिकता दें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन: कुणाल षडंगी
रांची: अब कोरोना वायरस की रफ्तार झारखंड में सरकारी नियंत्रण से बाहर हो चुकी हैं. कल 900 से ज्यादा नए मरीज पाए गए हैं. सिर्फ रांची में ही कल 200 से ज्यादा नए मरीज पाए गए हैं.
ऐसे समय में राज्य सरकार का पूरा ध्यान वायरस के संक्रमण से लड़ने पर न होकर ट्रांसफर पोस्टिंग के उद्योग को बढ़ावा देने पर है. सहयोगी दल कांग्रेस एक समानांतर सरकार अपने पार्टी मुख्यालय से चला रही है.
यह कांग्रेस का ही दबाव है कि महामारी की इस स्थिति में दर्जनों अफसरों का प्रति हफ्ते तबादला करके एक व्यवस्थित संरचना को असंतुलित करने की एक सुनियोजित साजिश को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
इस संक्रमण के काल में कोविड 19 की गाइडलाइंस के अनुरूप आवागमन को सीमित करने का उद्देश्य होना चाहिए. सैकड़ों लोगों के अंतर जिला आवागमन से संक्रमण का खतरा बढ़ेगा. लेकिन चंद पदाधिकारियों ने ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का नया बाज़ार खड़ा कर दिया है.
नए लोगों के नई जगहों पर स्थापित होकर व्यवस्था समझने में वक्त लगेगा और राज्य इस प्रयोग को करने की स्थिति में नहीं है. इससे न केवल कोरोना के खिलाफ की लड़ाई कमजोर होगी बल्कि अच्छे और योग्य अफसरों का मनोबल भी गिरेगा.
कोरोना योद्धाओं के लगातार संक्रमित होने से व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने वालों की संख्या दैनंदिन कम होती जा रही है. रांची की पुलिस लाईन में जवानों को ठूंसा जा रहा है. सोने की जगह नहीं है. सरकार को इनका विशेष ध्यान रखना चाहिए.
मुख्यमंत्री असहाय दिख रहे हैं. भाजपा यह मांग करती है कि मुख्यमंत्री ट्रांसफर पोस्टिंग के उद्योग पर कोरोना काल के समाप्त होने तक अबिलंब रोक लगाएं और अपना पूरा ध्यान कोरोना के खिलाफ की लड़ाई पर दें.