विपिन दुबे,
BNN DESK: इस तस्वीर को देखकर इतिहास की यादें ताजा हो जाती हैं. जी हां- यह है खुरई का डोहेलामंदिर. वक्त की रफ्तार के साथ यह अमूल्य धरोहर अपना धीरे-धीरे अस्तित्व खोती जा रही थी, लेकिन मंदिर परिसर के वास्तविक रुप से बिना छेड़छाड़ किए उसे रंग-रोगन से ऐसा संवारा गया की हर आंखें कहती है…. वाह… क्या खूबसूरत नजारा है.
यहां के विधायक एवं वर्तमान में नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने संस्कृति, परंपरा और धरोहरों को सजाने-संवारने के अलावा 5 साल में विकास की जो इबारत गढ़ी उससे प्रकृति की गोद में बसी हर धरोहर पुनः खिलखिला उठी.
बात चाहे नदी, तालाबों, मंदिर, स्मारकों की हो या विकास के सोपान तय करने की… पार्कों ने हरियाली की चूनर ओढ़ ली है और नदियों का स्वच्छ जल कल कल कर बह रहा है.
तालाब के किनारे सुकून के दो पल बिताने वाले भी कहते हैं, ऐसा कभी सोचा ना था. कभी टूटे-फूटे कमरों में लगने वाले सरकारी दफ्तरों की आज आलीशान बिल्डिंग हैं.
सिंह ने खुरई की जनता से वादा किया था आने वाले 10 साल में खुरई को स्मार्ट सिटी बना देंगे. अभी तो 6 साल ही बीते हैं. अरबों रुपए के विकास कार्यों के बाद अगली श्रृंखला में 22 करोड़ रुपए की घोषणा कर उन्होंने साबित कर दिया हम जो कहते हैं, वह करते हैं.
जो वादा किया है …वह निभाएंगे. नगरीय विकास मंत्री बनने के बाद अब प्रदेश में विकास के पंख लगेंगे. मालूम हो बुंदेलखंड अंचल में खुरई विधानसभा क्षेत्र विकास का एक मॉडल है.