मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिन डॉक्टरों ने सुशांत का पोस्टमार्टम किया था उनसे सीबीआई ने 5 घंटे की पूछताछ की जिसमें सीबीआई ने डॉक्टरों से पूछा कि बिना कोविड टेस्ट आये पोस्टमार्टम क्यों कर दिया गया.
जबाब में डॉक्टरों ने कहा कि मुंबई पुलिस के आदेश पर ही पोस्टमार्टम किया गया है. इसके बाद सीबीआई का शक और भी गहरा हो गया है. अभी जांच जारी है.
सीबीआई ने शुक्रवार को डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे से भी मुलाकात की. इसके बाद सीबीआई की एक टीम बांद्रा पुलिस थाने पहुंचकर केस डायरी और दस्तावेज ले लिए हैं.
सुशांत की अटॉप्सी रिपोर्ट भी सीबीआई को मिल गई है. सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और कुक नीरज से कई घंटे तक पूछताछ की गई. इन दोनों से करीब 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई.
बांद्रा पुलिस ने अब तक सीबीआई को सुशांत सिंह राजपूत के कपड़े, 3 मोबाइल फोन, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और इस केस में कुल 56 बयानों का हैंडओवर सौंप दिया है. मुंबई पुलिस ने अपनी अब तक की पड़ताल में इंडस्ट्री और इस केस से जुड़े कुल 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
इसके साथ ही मुंबई पुलिस ने सीबीआई की टीम को फॉरेंसिक रिपोर्ट, पंचनामा रिपोर्ट, ऑटोप्सी रिपोर्ट, सुशांत का लैपटॉप, केस डायरी, कंबल, वो बेडशीट जो सुशांत के कमरे में थी, जिस हरे कपड़े से सुशांत ने फांसी लगाई, गिलास जिसमें जूस पिया जैसी तमाम चीजें भी हैंडओवर कर दी गई हैं.
एम्स ने सुशांत सिंह राजपूत की अटॉप्सी की फाइलों की जांच के लिए शुक्रवार को फॉरेंसिंक विशेषज्ञों के पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया है. सीबीआई ने इस मामले में शुक्रवार को एम्स से राय मांगी थी. एम्स के फॉरेंसिंक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता इस दल का नेतृत्व करेंग. उन्होंने बताया, ‘हम हत्या की आशंका को देखेंगे हालांकि सभी संभावित कोणों की गहराई से जांच की जाएगी.’