रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने अगले महीने सितंबर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा , जेईई और मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, नीट के आयोजन को स्थगित करने की मांग की है.
डॉ. उरांव ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आज इस मुद्दे पर झारखंड समेत कांग्रेस तथा गठबंधन शासित सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा कि नीट व जेईई परीक्षाओं को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अभी स्थगित कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संघीय ढांचे में इस तरह के किसी भी मुद्दे पर फैसला लेने के पहले केंद्र सरकार को राज्य सरकारों से विचार करना चाहिए, लेकिन निर्णय लेकर थोप दिये जाने की परंपरा की शुरुआत अच्छी नहीं है. डॉ. उरांव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमणकाल में केंद्र सरकार द्वारा नीट और जेईई मेंस परीक्षा लेने के फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. डॉ. उरांव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के कारण परिवहन और ट्रेन सेवाएं सामान्य नहीं हो पायी है, होटल, गेस्ट हाउस , लॉज और ठहरने के सभी प्रतिष्ठान बंद है,ऐसे में नेट और जेईई मेंस परीक्षा के आयोजन से झारखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परीक्षार्थियों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षा में झारखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले मेधावी छात्र-छात्राएं शामिल होते है, लेकिन इस संक्रमणकाल में इन गरीब परिक्षार्थियों के पास इतना सामर्थ्य नहीं है, वे निजी वाहन कर राज्य के चार शहरों में बने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे और महंगे होटल में रूक सके.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन दोनों महत्वपूर्ण परीक्षाओं को यदि एक-दो महीने के लिए टाल दिया जाता है, तो नीट और जेईई परीक्षा में शामिल होने वाले गरीब छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी.