ब्यूरो चीफ
रांची
झारखंड विधानसभा की नयी बिल्डिंग का काम लगभग अंतिम चरण में है. अब 52220 वर्ग मीटर में बन रहे भवन की फिनिशिंग का काम चल रहा है. 12 जून 2015 को नये विधानसभा भवन का शिलान्यास किया गया था. तीन वर्ष में नये भवन को पूरा करने का लक्ष्य भी रखा गया था. अब भवन निर्माण विभाग की तरफ से आठ अगस्त से पहले नये भवन को सरकार को सुपूर्द करने का लक्ष्य तय किया गया है.
विधानसभा भवन अपने आप में अनूठा है, जिसमें 150 विधायकों के सदन में बैठने, विचार-विमर्श करने की सुविधा है. सदन के अंदर साउंडप्रूफ विश्व स्तरीय साउंड टेक्नोलाजी भी स्थापित की गयी है.
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रघुवर सरकार विधानसभा के नये भवन में दो-तीन दिन का सत्र चलाना चाहती है. मुख्यमंत्री की तरफ से इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया जा चुका है. नयी विधानसभा कोर कैपिटल एरिया में बनी है. जगन्नाथपुर के कुटे में बनी विधानसभा का काम रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड की तरफ से किया जा रहा है. नयी विधानसभा में विधानसभा सदस्यों के अलावा चार सौ लोगों के बैठने की क्षमता, एक कांफ्रेंस हाल भी बनाया गया है. नया भवन तीन हिस्सों में बंटा हुआ है, जो सेंट्रल, ईस्ट और वेस्ट भाग में विभक्त है. विधानसभा के केंद्रीयकृत हिस्से में सदन बनाया गया है. ईस्ट और वेस्ट विंग पर विधानसभा के पदाधिकारियों, कर्मचारियों के कार्यालय बनाये गये हैं. परिसर में कैंटीन और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जायेंगी.
ग्राउंड फ्लोर में कांफ्रेंस हॉल और पार्किंग की सुविधा
नये विधानसभा भवन के ग्राउंड फ्लोर में कांफ्रेंस हॉल और पार्किंग की सुविधा विकसित की गयी है. जी प्लस थ्री स्तर के भवन में चारों तल्लों को एक ही तरह का आकार दिया गया है. इसके बीच में एक गुंबद भी है, जो भवन का सबसे आकर्षक हिस्सा है. गुंबद में लगनेवाली वस्तुएं बाहर से मंगायी गयी है. भवन के सेंट्रल विंग में विधानसभा का मुख्य भवन बनाया गया है. इसमें मुख्य सदन, कांफ्रेंस हाल और सुरक्षाकर्मियों का विश्रामागार है. सदन में ही आसन और रिपोर्टियर डेस्क भी है. गोलाकार स्वरूप में विधायकों के बैठने की व्यवस्था अर्द्धगोलाकार आकार में की गयी है. सदन के बीचवाले हिस्से में स्पीकर का चैंबर है. इसके अलावा मुख्यमंत्री, उप सभापति, मुख्य सचिव, विधानसभा सचिव का चैंबर भी बनाया गया है. विधायकों की लॉबी समेत प्रेस-मीडिया के बैठने की गैलरी, अधिकारियों की लॉबी, विशिष्ट लोगों के बैठने और सदन की कार्यवाही देखने के लिए गैलरी भी बनाये गये हैं. सदन के ईस्ट विंग में मंत्रियों के कार्यालय बनाये गये हैं. सचिव, संयुक्त सचिव, अपर सचिवों का भी अलग-अलग चैंबर बनाया गया है.
वेस्ट विंग में बैठेंगे प्रतिपक्ष के नेता
विधानसभा के नये भवन के वेस्ट विंग में प्रतिपक्ष के नेता बैठेंगे. राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों का चैंबर और विधानसभा की विभिन्न उप समितियों का कार्यालय पश्चिमी हिस्से में रहेगा. सभी चैंबरों और कार्यालयों में अटैच शौचालय, खुला हिस्सा और पैंट्री की सुविधा दी गयी है. नयी विधानसभा में विश्राम कक्ष, अधिकारियों का कार्यालय, स्टोर रूम, लाईब्रेरी, कंप्यूटर सेक्शन भी बनाया गया है.
वर्तमान में HEC के रसियन हॉस्टल में चल रही है विधानसभा
अलग झारखंड बनने के बाद से HEC के रसियन हॉस्टल को विधानसभा बनाया गया था. रसियन हॉस्टल परिसर के लेनिन हॉल में विधानसभा का सदन और स्पीकर तथा अन्य उप सभापतियों के बैठने की सुविधा विकसित की गयी. आवासीय कार्यालयों, क्वाटर्रों में विधायकों के रहने के आवास और विधानसभा सचिवालय बनाये गये थे. सरकार की तरफ से रसियन हॉस्टल परिसर में सड़कें, दो बड़े गेट, कार पार्किंग की सुविधा और अन्य ढांचागत परिवर्तन किये गये थे. अब तक के सभी सत्र इसी विधानसभा भवन में चले. रसियन हॉस्टल ने पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से लेकर 18 वर्षों तक राज्य का शासन करनेवाले मुख्यमंत्री समेत कई सरकार के गिरने तक का मंजर देखा है.