MUMBAI: जांच एजेंसियों की पड़ताल में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में कई खुलासे हो रहे हैं. पिछले दिनों ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की रिपोर्ट में बताया गया कि सुशांत की हत्या के कोई सबूत नहीं मिले हैं. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एम्स की रिपोर्ट से सहमति जताई है. अब सुशांत मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके बैंक खातों में किसी भी हेर फेर से इनकार किया है. ईडी के सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सुशांत के परिवार ने गलतफहमी के चलते आरोप लगाए.
रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी के सूत्रों ने बताया कि सुशांत के परिवार को उनके फाइनेंस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इसकी वजह यह है कि परिवार ने कभी भी उनके आर्थिक मामलों में कोई दखलअंदाजी नहीं की. हालांकि ईडी की जांच अभी भी जारी है. ईडी को अभिनेता के खाते से मनी लॉन्डरिंग या किसी भी संदिग्ध लेन देन के सबूत नहीं मिले हैं.
परिवार को हुई गलतफहमी
सुशांत के परिवार ने आरोप लगाए थे कि रिया चक्रवर्ती ने 15 करोड़ रुपये की हेर फेर की है. 15 करोड़ रुपये निकाले जाने के परिवार के दावों पर सूत्र ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें कुछ गलत धारणाएं थीं. उन्हें सुशांत के बैंक खातों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उदाहरण के लिए उन्होंने अपने चार्टर्ड अकाउंट के जरिए टैक्स सहित भुगतान किया था, इस बारे में परिवार को पता नहीं है.
ईडी ने दर्ज किया था मनी लॉन्ड्रिंग का केस
सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने 31 जुलाई को पटना में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक, पिता इंद्रजीत, मां संध्या, सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और मैनेजर श्रुति मोदी के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया था. सुशांत के पिता का आरोप था कि उनके बेटे के बैंक खातों से 15 करोड़ की गड़बड़ी की गई है. दूसरी ओर रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि ‘सुशांत के खातों से रिया और उनके परिवार के खातों में कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं किया गया. सुशांत के साथ रिया किसी बिजनेस डील में शामिल नहीं थी.’