दिल्ली: सिंघु बॉर्डर पर हुई बैठक में किसानों बैठक में बड़ा फैसला लिया है. किसानों ने फैसला लिया है कि वह बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे. किसान संगठनों ने गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को किसानों से अपील की थी कि किसान सिंधु बॉर्डर से हट जाएं और बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में चले जाएं. शाह ने कहा था कि सरकार किसानों से वहां बात करने को तैयार है.
पंजाब के किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को सुलझाने के लिए मोदी सरकार की तरफ से खुद गृहमंत्री अमित शाह ने कमान संभाली है. एक महीने में यह दूसरा मौका है, जब गृहमंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप कर किसानों के आंदोलन से जारी गतिरोध को दूर करने की कोशिश की है. गृहमंत्री अमित शाह ने बीते शनिवार को आंदोलनत किसानों से जल्द से जल्द बातचीत का ऑफर दिया था.
उन्होंने किसानों को बुराड़ी में निर्धारित ग्राउंड में एकत्र होने की अपील की थी. यह अलग बात है कि फिलहाल किसानों ने यह ऑफर ठुकरा दिया है. नगर निगम चुनाव की कैंपेनिंग करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह रविवार को हैदराबाद पहुंचे हैं. उनके हैदराबाद से नई दिल्ली वापस आते ही किसानों के आंदोलन को सुलझाने के लिए सरकार की तरफ से तेज गति से फैसले हो सकते हैं.
वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिया. दरअसल ये किसान बैरिकेड क्रॉस करके दिल्ली की ओर आना चाह रहे थे. पुलिस ने जब इन्हें रोका तो किसान उग्र हो गए. इस दौरान यहां किसानों और पुलिस के बीच जमकर बहस हुई आखिरकार किसान अपनी वास्तविक स्थान पर चले गए.