शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के आदर्श कालोनी में आगरा की किशोरी को बंधक बनाकर देह व्यापार कराया जा रहा था। सीओ सिविल लाइंस की टीम ने मुम्बई की एक संस्था की सूचना पर छापेमारी कर किशोरी को रेस्क्यू किया। मौके से तीन युवकों को भी गिरफ्तार किया गया। देह व्यापार कराने वाली महिला, उसकी बहू आदि मौके से फरार हो गईं।
मुम्बई की संस्था फ्रीडम फर्म देह व्यापार में धकेली जा रही महिलाओं और बच्चियों को मुक्त कराने का काम करती है। सीओ सिविल लाइंस राजेश कुमार ने बताया कि उक्त संस्थान के लोग उनसे मिले। उन्होंने बताया कि आगरा की एक किशोरी को आदर्श कालोनी में बंधक बनाकर देह व्यापार कराया जा रहा है। इस पर सीओ सिविल लाइंस ने महिला एसओ ज्योति सिंह और पुलिस बल को साथ लेकर आदर्श कालोनी में छापा मार दिया। वहां एक घर में करीब 16 वर्षीय किशोरी को पुलिस ने बरामद कर लिया।
मौके से टांडा रामपुर, मझोला और भगतपुर थाना क्षेत्र निवासी तीन युवक भी पकड़े गए। किशोरी ने पुलिस को बताया कि करीब एक माह पहले आगरा निवासी एक महिला किशोरी को मुरादाबाद की महिला के सुपुर्द की थी। यहां किशोरी को मकान में बंधक बनाकर रखा गया था। उसे प्रतिदिन ग्राहकों के सुपुर्द कर दिया जाता था। सीओ ने बताया कि मामले में देह व्यापार कराने वाली मकान की मालकिन, उसके कथित पति असलम, उसकी बहू, किशोरी को मुरादाबाद भेजने वाली आगरा की महिला और मौके से पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस के अनुसार देह व्यापार कराने वाली महिला काफी समय से इस गोरखधंधा में लिप्त है। चार सदस्यों का उसका परिवार है और घर में बीस कमरे बना रखे हैं। जहां प्रतिदिन देह व्यापार धड़ल्ले से चलता है। बताया यह भी जा रहा है कि आरोपी महिला मोबाइल पर संपर्क करने के बाद घर तक लड़कियों को भेजती थी। वह दिल्ली, आगरा, अलीगढ़ और लखनऊ तक में लड़कियां सप्लाई करती है। कम उम्र की लड़कियां जल्दी जवान दिखे इसके लिए उन्हें तरह-तरह के इंजेक्शन और दवाएं भी देती है।