नई दिल्ली : वीआईपी सुविधा देने के आरोप में तिहाड़ जेल का सहायक अधीक्षक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. बर्खास्त हुए सहायक जेल अधीक्षक का नाम पवन है. पवन पर आरोप था कि वह जेल में कैदियों से भेंट के लिए पहुंचे परिजनों को वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराता था. आरोपी सहायक जेल अधीक्षक को बर्खास्त किए जाने की पुष्टि तिहाड़ जेल मुख्यालय प्रवक्ता राजकुमार ने की है. जानकारी के मुताबिक तिहाड़ जेल में तीन सीपीआरओ यानी सेंट्रल पब्लिक रिलेशन ऑफिसर हैं. पवन भी इन तीन में से ही एक सीपीआरओ था. पवन बहैसियत सहायक अधीक्षक सन 2018 में ही तिहाड़ जेल में आया था.
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पवन की बतौर सीपीआरओ तिहाड़ जेल नंबर-3 पर तैनाती थी. इन दिनों उसकी ड्यूटी रात की थी. अदालती आदेश पर जेल से पैरोल या फिर नियमित रूप से जमानत पर छोड़े गए कैदियों को जेल से बाहर करना पवन की ड्यूटी थी. आरोप के मुताबिक करीब 10-15 दिन पहले पवन ड्यूटी के दौरान कुछ कैदियों के परिचितों को जेल के भीतर ले जा रहा था. यह घटना जेल परिसर में मौजूद सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
तिहाड़ जेल मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, कैदी की रिहाई या फिर मिलाई के वक्त, उसके किसी भी परिचित या अन्य बाहरी आदमी को जेल की देहरी के भीतर नहीं ले जाया जा सकता है. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने जांच कमेटी बैठा दी. आंतरिक जांच में पवन पर आरोप सिद्ध हो गए, लिहाजा उसे तत्काल प्रभाव से तिहाड़ जेल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.