नई दिल्ली: दुनिया के लाखों करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों के नायक सचिन तेंदुलकर के प्रेरणास्रोत भारत के ‘लिटिल मास्टर’ सुनील गावस्कर रहे हैं और वह हमेशा से उनकी तरह बनना चाहते थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में गावस्कर के पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर तेंदुलकर ने ट्विटर पर यह बात लिखी. उन्होंने लिखा कि 50 साल पहले आज के दिन क्रिकेट की दुनिया में एक तूफान आया था. उन्होंने अपनी पहली ही सीरीज में 774 रन बनाये और हम सभी को एक हीरो मिल गया .
उन्होंने कहा, ‘भारत ने वेस्टइंडीज में वह श्रृंखला जीती और फिर इंग्लैंड में जीत दर्ज की. अचानक से भारत में क्रिकेट को नये मायने मिल गए. मैं बचपन से यह जानता था कि मुझे किसके जैसा बनना है. आज भी कुछ नहीं बदला है. वह मेरे हीरो आज भी हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50 वीं सालगिरह मुबारक हो गावस्कर.’ अजित वाडेकर की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को 1-0 से और फिर इंग्लैंड को हराया था. तेंदुलकर ने कहा कि 1971 टीम के सभी सदस्यों को सालगिरह मुबारक. आप सभी ने हमें रास्ता दिखाया और गौरवान्वित किया. गावस्कर के नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. मसलन वह 10,000 टेस्ट रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं. गावस्कर ने अपने क्रिकेट करियर में 125 टेस्ट मैच खेले और 10,122 रन बनाए. 16 साल के टेस्ट करियर में उन्होंने 34 शतक और 45 अर्धशतक लगाए. इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए खेले 108 वनडे मैचों में 3,092 रन बनाए थे और उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 103 रन था.
गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 टेस्ट में 774 रन बनाए थे. डेब्यू सीरीज में 774 रन बनाने का उनका ये रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा है. इसके अलावा वह सीरीज में दो बार 700 से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर में वेस्टडंडीज के खिलाफ 27 टेस्ट में 65 से ज्यादा की औसत से 2749 रन बनाए थे. इसें 13 शतक और 7 अर्धशतक लगाए थे. इतने रन वेस्टइंडीज के खिलाफ किसी भी बल्लेबाज ने नहीं बनाए हैं.