डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेधावी बच्चों को सम्मानित किया साथ ही राष्ट्रीय पोषण अभियान का शुभारंभ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत शंखनाद और वैदिक मंत्रोच्चार से किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई ऐप की भी लांचिंग की। इस अवसर पर कार्यक्रम में सीएम योगी के अलावा मंत्री स्वाति सिंह व प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार मोनिका एस गर्ग मौजूद रहे।
कार्यक्रम में प्रदेश सरकार संस्कृत शिक्षा परिषद के प्रथम तीन स्थान और बाकी बोर्डों के पहले 10 स्थान पर आने वाले कुल 102 विद्यार्थियों को एक लाख रुपये, एक टैबलेट, मेडल, कैप एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सीएम योगी ने मेधावियों के माता-पिता को भी शॉल एवं पगड़ी पहनाई। राज्य व जिलास्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुल 1695 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। वहीं, अमर उजाला परिवार सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मेधावियों को सम्मानित करेगा।

कार्यक्रम में सीएम योगी ने राष्ट्रीय पोषण अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है, एक भारत श्रेष्ठ भारत। जब भारत का हर नागरिक, हर बच्चा स्वस्थ होग तभी श्रेष्ठ भारत बनेगा। स्वच्छ भारत मिशन भी इसी कड़ी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पीएम ने देश के अंदर कुपोषण के खिलाफ जंग का एलान किया।
सीएम योगी ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कुपोषण की दर में कमी और रोकथाम, जन आंदोलन की रणनीति है। 1 से 30 सितंबर तक यह पोषण माह चलेगा। कार्यक्रम से पोषण स्वास्थ्य को लेकर लोगों में जागरूकता लाने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में सीएम ने बच्चों पौष्टिक आहार परोसा, जिसमें शहजन की सब्जी से तैयार किया पौष्टिक आहार और खिचड़ी, लड्डू, दाल, पूड़ी, शामिल रही। इस मौके पर एक बच्ची के जन्मदिन पर सीएम योगी की मौजूदगी में केक भी काटा गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन 4 सप्ताहवार होगा जिसमें पहले सप्ताह-पुरुष भागीदारी सप्ताह, द्वितीय सप्ताह किशोरी सप्ताह, तृतीय सप्ताह बाल सप्ताह, चतुथ सप्ताह माता सप्ताह। इस पोषण माह का उद्देश्य छोटे बच्चो में ऊपरी आहार को बढ़ावा देना, उचित समय पर कुपोषण पर रोकथाम लगाई जा सके, बढ़ती उम्र के साथ शारीरिक मानसिक विकास हो, पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और ऊर्जा का बच्चो में संचार हो सके रखा गया है। इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ सीएम योगी ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं सीएम योगी ने बच्चों को खुद पौष्टिक आहार की थाली परोस कर दी। वहीं 5 लाख 17 हजार किशोरियों को आज पोस्टिक आहार मुहैया करवाया जाएगा।
इस दौरान बच्चों में मौजूद एक बच्ची का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केक काटकर जन्म दिन भी मनाया। फिर मुख्यमंत्री ने गर्भवती महिलाओ की गोद भराई की रस्म पौष्टिक थाली देकर की। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कुपोषण एक गंभीर समस्या है। इससे निपटने के लिए इस तरह के कार्यकर्म बेहद जरूरी है। इसके साथ ही पोषण अभियान का 1 वर्ष कैसा रहा इसको लेकर एक मूल्यांकन रिपोर्ट का सीएम ने विमोचन किया। सीएम योगी ने बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान की एक पुस्तक का भी विमोचन किया। जुलाई अगस्त माह यूपी पुलिस ने बालिका सुरक्षा की प्रस्तुत की गई रिपोर्ट। फील्ड में आसानी से सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सीएम योगी ने यथार्थ एप का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर इस विशेष समारोह में सबका हार्दिक स्वागत। इस अवसर पर मैं पूरे प्रदेश वाशियों को हृदय से बधाई देता हूं। नए भारत के लिए पीएम मोदी का श्रेष्ठ भारत बनाने के संकल्प के साथ सबको जोड़ता है। विभाग अलग हो सकते है मार्ग अलग, लेकिन मंजिल सबकी एक। सीएम योगी ने कहा कि योजना सरकार की पहले से है उन योजना का ईमानदारी से कार्य होना जरूरी है। आम जन की सहभागिता भी बेहद जरूरी है। इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ आम जन में हमारी सरकार से पहले भारी आक्रोश था। हमारे जनपद में व्यापक रूप से लोग इस बीमारी की चपेट में आते थे, लेकिन दो वर्ष के भीतर सभी विभागों ने मिलकर जो नतीजा दिया वो काबिले तारीफ है। सरकारों को मैने भी बहुत कोसा। मैं पहला सांसद था जिसने संसद में इस गंभीर बीमारी का मुद्दा उठाया।
व्यापक जागरूकता का पाठ सबसे महत्वपूर्ण होता है। मौत के आंकड़े 66 से 6 पर आना और फिर यह आंकड़ा खत्म करना हमारा लक्ष्य है। वह दिन दूर नहीं जब इन्सेफेलाइटिस से हम इन बच्चों को पूरी तरह बचा पाएंगे। तमाम बीमारियों से निपटने के लिए प्रदेश के तमाम विभाग मिलकर कार्य कर रहे है। कुपोषण के खिलाफ जंग है, बच्चे कुपोषित हैं तो हर बीमारी की चपेट में आएंगे। हर उम्र के बच्चों के लिए तमाम योजना है। यह अभियान देश को शशक्त और स्वस्थ बनाने का महत्वपूर्ण हिस्सा है। महीने भर चलने वाले इस अभियान में हर कुपोषित बच्चे को सुपोषित करना लक्ष्य है। समाज का हर जागरूक नागरिक अगर इस कार्यक्रम में योगदान देता है तो इसका लाभ सबको मिलेगा।