मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दोपहर बाद कालपी तहसील में पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय का शुभारम्भ किया। पुलिस को और ज्यादा संसाधन बढ़ाने की वकालत भी की। इस अवसर पर उन्होेंने प्रदेश पुलिस की जमकर सराहना की।
मंगरौल में पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र के निर्माण को 2010 में पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत मंजूरी मिली थी जिसका सबसे ज्यादा श्रेय तत्कालीन डीजी प्रशिक्षण बीएल यादव को है। 1986 में जब बीएल यादव जालौन में एसएसपी थे, मंगरौल इलाके में दुर्दांत दस्यु गिरोह धमाचैकड़ी मचाये रहते थे। कई बार बीएल यादव के नेतृत्व में पुलिस और डकैतों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। डीजी प्रशिक्षण रहते हुए उन्होंने इसी कारण मंगरौल में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल खुलवाने के लिए जोरदार पैरवी की। उनकी ही पैरवी की वजह से बरेली में स्वीकृत किया गया पुलिस ट्रेनिंग स्कूल जालौन जिले में शिफ्ट हो गया।
उनके कार्यकाल में पुलिस ने आम जनता के बीच नया विश्वास पैदा किया है। प्रयागराज में कुंभ मेले का दुनिया का सबसे विशाल आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न कराकर पुलिस ने कीर्तिमान रचा। लोकसभा चुनाव में पश्चिमी बंगाल में ताबड़तोड़ हिंसा की घटनायें हुई लेकिन उत्तर प्रदेश में चुनाव निर्विघ्न हुए जो गर्व योग्य उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री को यहां जनप्रतिनिधियों व भाजपा पदाधिकारियों से चर्चा के अलावा अधिकारियों के साथ वृहद समीक्षा बैठक करनी थी लेकिन मौसम खराब हो जाने के कारण सारे कार्यक्रम रद्द कर दिये गये। मुख्यमंत्री के लिए पीटीसी परिसर में ही अस्थायी हैलीपेड बनाया गया था लेकिन यमुना में भारी बाढ़ की वजह से अधिकारियों के पहुंचने के लिए रूट डायवर्ट किया गया जिससे अफरा तफरी का माहौल रहा।
सभा में जिले की प्रभारी मंत्री नीलिमा कटियार के अलावा सांसद भानुप्रताप वर्मा व कालपी के विधायक नरेन्द्र पाल सिंह जादौन सहित तीनों विधायक भी उपस्थित रहे। एमएलसी स्वतंत्रदेव के प्रतिनिधि अरविन्द सिंह चैहान ने मुख्यमंत्री को अन्ना पशुओं पर अंकुश के लिए अपना सुझाव ज्ञापन के रूप में सौपा।