हजारीबाग : हजारीबाग राज्य के पारा शिक्षक एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है. पारा शिक्षकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर जेल भरो आंदोलन का घोषणा की है. जेल भरो आंदोलन में 4000 से अधिक पारा शिक्षक अपनी गिरफ्तारी देंगे. साथ ही पूरे राज्य भर में लगभग 70000 पारा शिक्षक अपने-अपने जिलों में इस आंदोलन में शामिल होंगे. पारा शिक्षकों ने यह निर्णय सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ लिया है. यह जानकारी पारा शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष चंदन मेहता आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में की. मेहता ने कहा कि सरकार के वादाखिलाफी और पारा शिक्षकों का विभाग द्वारा मनमानी तरीके से मानदेय रोक दिए जाने को लेकर राज्य के पारा शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है, और एक बार फिर आंदोलन की राह पर है.
ज्ञात हो कि राज्य के पारा शिक्षक अपने लंबित मांग सेवा स्थायीकरण एवं वेतनमान को लेकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते रहे हैं. इसी क्रम में 17 जनवरी 2019 को राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों से 90 दिनों के अंदर सेवा स्थायीकरण एवं वेतनमान की नियमावली निर्माण हेतु समझौता किया था. इधर पारा शिक्षकों का कई माह से मानदेय भी लंबित है. इसको को लेकर राज्य कमिटी के निर्णय के आलोक में राज्य के तमाम पारा शिक्षक 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के दिन अपने-अपने जिलों में जेल भरो कार्यक्रम करेंगे. 12 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आगमन पर न्याय की गुहार लगाने, राज्य के पारा शिक्षक उनके सभा में शामिल होने हेतु रांची जाएंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि 250 दिन होने को है. नियमावली का कोई अता-पता नहीं है. जबतक हम पारा शिक्षक आंदोलन रूपी घण्टी नहीं बजायेंगे, तब तक हमें मानदेय भी नसीब नहीं होता है. आगे हम राज्य के तमाम पारा शिक्षक गैर-शैक्षणिक कार्यों से अपने आप को अलग रखने का निर्णय लिया है.