नई दिल्लीः मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक लदी कार मामले में एनआईए ने सचिन वाजे को गिरफ्तार किया है, अब वाजे ने पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के आरोपों की पुष्टि कर दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) के पूर्व प्रमुख ने एनआईए की पूछताछ में कहा कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उसे 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया था. साथ ही, इसके अलावा एक अन्य हाई प्रोफाइल मंत्री का भी नाम इस मामले में सामने आया है. सचिन वाजे से एनआईए ने पूछताछ की, जिसमें उन्होंने कहा इस दूसरे हाई प्रोफाइल मंत्री ने भी बीते साल उसे वसूली का लक्ष्य दिया था.
दरअसल बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि सचिन वाजे ने 1000 करोड़ रुपए का लेनदेन किया है. उन्होंने कहा कि साल 2020-2021 में वाजे गैंग ने एक हजार रुपए की वसूली की थी. वह पैसे कहां से वसूले और कहां गए, इसकी जांच एनआईए, ईडी, भारतीय रिजर्व बैंक, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी और आयकर विभाग को करनी चाहिए.
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने अपने अधिकारियों के पोस्टिंग में फेरबदल की है. सरकार ने मुंबई पुलिस में बड़ा फेरबदल करते हुए 86 अफसरों और कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया है. जानकारी के मुताबिक इनमें 65 अधिकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के हैं, जिसमें एंटीलिया मामले में विवादित अफसर सचिन वाझे की तैनाती थी. एनआईए द्वारा सचिन वाझे की गिरफ्तारी के बाद से माना जा रहा है कि सरकार ने उसके करीबी अफसरों को क्राइम ब्रांच से हटाया है. सरकार ने जिन अधिकारियों का ट्रांसफर किया है, उनमें पीआई, एपीआई और पीएसआई लेवल के अफसर शामिल हैं.
बता दें कि अधिकारियों और अफसरों के ट्रांसफर के आदेश मुंबई के जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस की ओर से जारी किए गए हैं. सूत्रों ने जानकारी दी कि जिन लोगों का क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर हुआ है, वे सचिन वाझे के करीबी माने जाते हैं. दरअसल इन लोगों पर सीनियर अफसरों को बाईपास कर सचिन वाझे से संपर्क करने के आरोप थे. नए ट्रांसफर आदेश के अनुसार सचिन वाझे के करीबी माने जाने वाले एपीआई रियाजुद्दीन काजी को लोकल आर्म्स यूनिट में भेज दिया गया है.
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिली विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले से जुड़े मनसुख हीरेन की हत्या के मामले की जांच के बाद कई राज से पर्दा उठ रहा है. महाराष्ट्र एटीएस को मंगलवार को को दमन में एक गाड़ी मिली है. इस गाड़ी का उपयोग सचिन वाजे ने किया था. इसके साथ ही जांच में ये भी सामने आया है कि वाजे फर्जी आधार कार्ड दिखाकर एक फाइव स्टार होटल में रुका हुआ था.