रांची : झारखंड के लगभग 150 नक्सलियों पर एक लाख से एक करोड़ तक का इनाम है। एक करोड़ के इनामी अरविंद का भी दौर था. छत्तीजसगढ़, महाराष्ट्रा और बिहार में भी पचास लाख रुपये का इनाम था. मूलरूप से जहानाबाद के रहने वाले अरविंद को उसकी पटना विश्वरविद्यालय से स्नाकतक पत्नीअ प्रभावति लेबी पहुंचाने का काम करती थी. उसे 2012 में गिरफ्तार किया गया था वह आंगनबाड़ी सेविका का काम करती थी. बता दें कि अरविंद ने झारखंड के बूढ़ा पहाड़ को लंबे समय तक अपना ठिकाना बनाये हुए था और पुलिस के लिए वर्षों तक चुनौती बना रहा. मजाल नहीं कि पुलिस बूढ़ा पहाड़ के उनके गढ़ में प्रवेश कर जाये. जबकि कोल्हाबन का सारंडा जंगल बड़ा ठिकाना हुआ करता था. अरविंद पर डेढ़ सौ मामले दर्ज थे. दो साल पहले बीमारी से मौत के बाद पुलिस ने राहत की सांल ली. बिहार, झारखंड और छत्तीलसगढ़ की बड़ी घटनाओं में इसकी संलिप्त ता रहती थी. जहानाबाद जेल ब्रेक का मास्टार माइंड था.
बहरहाल, झारखंड में एक लाख से एक करोड़ के डेढ़ सौ से अधिक इनामी नक्सगली हैं. भाकपा माओवादी पोलित ब्यूऔरो सदस्या, 24 परगना, पश्चिम बंगाल प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, इसी रैंक के गिरिडीह के मिसिर बेसरा उर्फ भाष्क र पर एक करोड़ रुपये का इनाम है. इसी तरह भाकपा माओवादी सेंट्रल कमेटी के सदस्यब, मिदनापुर, पश्चिम बंगाल के असीम मंडल उर्फ आकाश, इसी रैंक के पीरटांड गिरिडीह के अनल दा उर्फ तूफान के सिर पर भी झारखंड पुलिस ने एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.