संवाददाता,
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजधानी रांची में जीरो कट बिजली उपलब्ध कराने में हो रही देर का कारण गुरुवार को जानना चाहा. उन्होंने अभियंताओं और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि किसी भी चीज के लिए सोंच समझ कर डेडलाइन देनी चाहिए. कोई भी योजना समयबद्ध तरीके से पूरा हो, उसका क्रियान्वयन सही तरीके से हो, यह सुनिश्चित की जानी चाहिए. प्रोजेक्ट भवन मंत्रालय में ऊर्जा विभाग के अधीन आने वाले विद्युत संचरण निगम औऱ वितरण निगम लिमिटेड की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के साथ जीरो कट बिजली की दिशा में अधिकारी आगे बढ़ें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में बिजली की स्थिति सुधारने की जरूरत है. 31 अक्टूबर तक झारखंड में बिजली के सुदृढ़ीकरण का काम पूरा कर लें. ट्रांसमिशन लाइन का काम पूरा होने से जहां दूर दराज के क्षेत्रों में बिजली की गुणवत्ता बढ़ेगी, वहीं शहरी क्षेत्रों में बिजली की स्थिति अच्छी होगी. उन्होंने कहा कि जिन संवेदकों ने जो समय सीमा दी है, उस तिथि तक काम पूरा हो जाना चाहिए, अन्यथा उनकी राशि काटी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर संचरण लाइन का काम अंतिम चरण में है. संवेदकों को कोई समस्या हो, तो विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें. विभाग के अधिकारी हर 15-15 दिन में संवेदकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निराकरण करें। किसी भी हालत में डेड लाइन नहीं बढ़ेगी. बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, ऊर्जा सचिव वंदना डाडेल, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार, वन विभाग के पीसीसीएफ शशि नंदकुलियार, संचरण लिमिटेड के निरंजन कुमार समेत विभाग के वरीय अधिकारी और संवेदक उपस्थित थे.