रांची: झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राजीव कुमार तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगातार 5 सालों तक पारा टीचर, होमगार्ड, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को छलने का काम किया है. सरकार की ओर से सिर्फ आश्वासन दिया गया की उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है, लेकिन मांगो के प्रति कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
इसके ठीक विपरीत धरना और प्रदर्शन करने पर सरकार के इशारे पर पुलिस ने लाठी और डंडे भी भांजे हैं. पिछले दिनों रांची के बिरसा चौक पर प्रदर्शन कर रहे आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के ऊपर पुलिस ने बर्बरता पूर्ण कार्यवाही करते हुए कई महिलाओं पर जमकर लाठियां भांजी थी.
सरकार और प्रशासन के भेदभाव पूर्ण रवैया से अनुबंध कर्मचारियों में काफी रोष है.
तिवारी ने बताया कि पारा शिक्षकों की मांगों पर भी सरकार ने कभी भी गंभीरता से विचार नहीं किया है. अनुबंध कर्मियों के प्रति वर्तमान सरकार का रवैया शुरू से टालमटोल का रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के उदासीन रुख के कारण ये सभी संगठन विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट करेंगे.
अच्छी संख्या है इनकी
विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल भाजपा के खिलाफ मुखर होने वाले होमगार्ड, पारा टीचर, आंगनबाड़ी सेविका -सहायिकाओं और अनुबंध कर्मचारियों की संख्या झारखंड में अच्छीखासी है. राज्य में फिलहाल होमगार्ड जवानों की संख्या 29,500 है, जबकि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की संख्या लगभग 73 हजार के आसपास है. वहीं पारा टीचर की संख्या 60 से 65 हजार की है.