हेल्थ न्यूज: दुनिया में फेफड़े के कैंसर (Lungs Cancer) का सबसे बड़ा कारण स्मोकिंग है. इसके बावजूद बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी में कभी स्मोकिंग नहीं की, फिर भी फेफड़े के कैंसर ने उन्हें निगल लिया.
लंग्स कैंसर के वैसे तो स्मोकिंग के अलावा और भी कारण हैं पर दूसरा सबसे बड़ा का कारण आपके घर की दीवार से रिसता पानी, फटी हुई दीवार या दीवार का प्लास्टर का उखड़ना भी है.
चौंक गए न. आपका चौंकना लाजिमी है. भला दीवार और कैंसर का क्या संबंध? दरअसल घर बनाते समय यूरेनियम, थोरियम या रेडियम का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है. ऐसे मकानों की दीवारों और छतों से रेडॉन गैस धीरे-धीरे रिसती रहती है. इसका खतरा उन घरों में ज्यादा होता है, जहां हवा के निकलने के लिए वेंटिलेशन नहीं होती है.
रेडॉन एक ऐसी गैस है जो कैंसर का कारक है. रेडॉन गैस वहां ज्यादा बनती है जहां घर में किसी दीवार से पानी रिस रहा है, दीवार फट गई है या प्लास्टर आदि उखड़ गया है. सांस लेते समय रेडॉन आपके फेफड़ों में पहुंच जाती है और फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकती है.
इससे बचने के लिए दीवार की मरम्मत जरूर करवाएं और घर में वेंटिलेशन के लिए खिड़की और दरवाजे सही जगह लगवाएं.
एक अध्ययन के मुताबिक, फेफड़े के कैंसर से होने वाली मौतों पर एक नजर डाली जाए तो अमेरिका में इससे हर साल 15 से 22 हजार लोगों की मौत रेडॉन गैस के कारण होने वाले फेफड़े के कैंसर से होती है.