चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से सटे विल्लुपुरम में एक पेट्रोल पंप पर काम करने वाले एक दलित युवक को दबंगों ने लात-जूतों और लाठी-डंडों से इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई.
दरअसल, दबंगों ने पहले दलित युवक को सड़क किनारे शौच करने से मना किया. बाद में उसकी पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना का वीडियो वायरल हो रहा है.
इसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने मामले में कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल मामले की छानबीन चल रही है. जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक जहां दलित युवक पर हमला हुआ. वह गांव उत्तरी तमिलनाडु में सामाजिक रूप से शक्तिशाली वनियार्स (ओबीसी) समुदाय का गढ़ है. ये समुदाय दलितों के खिलाफ आग उगलता रहा है.
पुलिस के मुताबिक मृतक युवक शक्तिवेल दलित समुदाय के आदि द्रविड़ समुदाय से तालल्लुक रखता था. मृतक की बहन आर थिवन्नी ने द संडे एक्सप्रेस से बातचीत में आरोप लगाया है कि उसके भाई की मॉब लिंचिंग और हत्या सिर्फ दलित होने की वजह से की गई है. मृतक युवक की बहन थिवन्नी एक रिश्तेदार की मदद से स्कूटर पर अपने छह माह के बच्चे के साथ वहां पहुंची तो देखा कि उसका भाई खून से लथपथ है. उसे 15-20 लोगों ने घेर रखा है.
थिवन्नी ने कहा कि मुझे देखते है वो लोग मेरे भाई को फिर से लात, जूतों, लाठी, डंडों से पीटने लगे. जब मैंने जान बचाने की भीख मांगी तो उनलोगों ने मेरे दुधमुंहे बच्चे को फेंक दिया और मुझे भी लात मारी. घटनास्थल पर पुलिस करीब दो घंटे बाद पहुंची. इसके बाद घायल युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसकी मौत हो चुकी है.