रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक इरफान अंसारी ने झारखंड विकास मोर्चा विधायक प्रदीप यादव के पार्टी में शामिल होने की कोशिश का विरोध किया है.
इरफान अंसारी ने विरोध स्वरूप रविवार शाम चार बजे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे देने की बात की है.
इरफान अंसारी ने त्यागपत्र देने से पहले अपनी मंशा साफ करते हुए और पार्टी नेतृत्व पर दबाव बनाने की कोशिश में मीडिया में अपने इस्तीफे की घोषणा की.
इरफान अंसारी ने बताया कि प्रदीप यादव यौन शोषण के आरोपी है, उनके पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस की छवि धूमिल होगी, इस कारण वे प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने जा रहे है.
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि प्रदीप यादव को कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को गुमराह किया गया है, उनके पास सही जानकारी नहीं पहुंचने दी गयी है, इसलिए सच्चाई को बताने के लिए वे अपने पद से त्यागपत्र देने जा रहे है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान झाविमो ने तालमेल के दौरान कांग्रेस के लिए राज्यसभा सीट छोड़ने की बात की, लेकिन अब बाबूलाल मरांडी अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करा रहे है, इससे उनका असली चेहरा सामने आ गया है.
वहीं प्रदीप यादव नये प्लेटफार्म की तलाश में कांग्रेस में आ रहे है, इससे पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा.
हालांकि, इरफान अंसारी ने यह भी कहा कि झाविमो विधायक बंधु तिर्की के कांग्रेस में शामिल होने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
इरफान अंसारी ने कहा कि वे पहले ही घोषणा कर चुके थे कि प्रदीप यादव यदि पार्टी में शामिल होते है, तो वे कार्यकारी अध्यक्ष पद छोड़ देंगे. आने वाले समय में कांग्रेस के सारे विधायक प्रदीप यादव का विरोध करेंगे और कार्यकर्ता भी खुलकर सामने आएंगे.
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