जमशेदपुर : टाटा स्टील कंपनी परिसर में दो दिन पूर्व एक ठेकेदार का शव मिला था. ठेकेदार बागबेड़ा का रहने वाला उमेश पांडेय था और इसने अपने कार्यालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उधर आत्महत्या का कारण डिप्रेशन बताया जा रहा है. मृतक के परिवार वालों का कहना है कि कंपनी ने आत्महत्या करने के लिए उकसाया उसके बाद उसने आत्महत्या की. इसलिए कंपनी के अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो और परिजनों को उचित मुआवजा मिले.
उधर परिवार वालों का यह भी कहना है कि मृतक उमेश पांडेय का कंपनी से 25 से 30 लाख रुपया बकाया मिलना था. एक तरफ कंपनी पेमेंट नहीं दे रही थी और दूसरी तरफ दबाव बना रही थी एक कन्टेनर देने के लिए. जिसके कारण डिप्रेशन में आकर उमेश पांडेय ने आत्महत्या की है. वैसे परिजनों ने टाटा कंपनी को 24 घंटे का समय दिया है. अगर 24 घंटे के अंदर में कोई निर्णय नहीं हुआ तो जोरदार आंदोलन करने और शव का अंतिम संस्कार भी नहीं करने की बात कही है.