दिल्ली: दिल्ली में निजामुद्दीन जलसा में शरीक तबलीगी जमात के 6 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसके बाद दिल्ली में हाहाकार मच गया. पूरा प्रशासन और सरकार सख्ते में आ गई.
सोमवार शाम तक तबलीगी जमात के 300 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है. जहां इनमें से एक बुजुर्ग की मौत हो गई. अब निजामुद्दीन इलाके में जमा हुए सभी 1400 लोगों को कोरोना जांच के लिए अस्पताल भेजा गया .
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस्लामिक संगठन तबलीगी जमात पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. इन पर लॉकडाउन के दौरान कार्यक्रम कर बड़ी संख्या में लोगों को जमा करने का आरोप है.
आपको बता दें कि तेलंगाना में उन 6 लोगों की कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के कारण मौत हो गई जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच तब्लीगी जमात की धार्मिक सभा में भाग लिया था.
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गौरतलब है तेलंगाना की सरकार की तरफ से जारी हुए इस बयान में बताया गया है कि जिन 6 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 2 की मौत गांधी अस्पताल में और 2 की मौत निजी अस्पतालों में हुई. बाकी बचे दो लोगों में एक व्यक्ति की मौत निजामाबाद और दूसरे की मौत गडवाल शहर में हुई.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को तबलीगी जमात के छह लोगों के सैंपल पॉजीटिव मिलने के बाद से उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन करना शुरू कर दिया है. रात तक 85 लोगों को दिल्ली पुलिस डीटीसी बसों में भरकर लोकनायक अस्पताल लाई थी, जहां इनके सैंपल लेने के बाद क्वारंटीन में रखा गया है. वहीं, 34 लोगों को एम्स के झज्जर स्थिति कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया है. इन्हीं में से छह लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. ये सभी विदेशी नागरिक हैं.
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 300 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है. जबकि करीब 2 हजार लोगों की ट्रेसिंग चल रही है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 15 मार्च से निजामुद्दीन एरिया में जमात के लोग एकत्रित हो रहे थे. इनमें देश के अलग-अलग राज्यों के अलावा विदेशों से भी कई लोग शामिल हुए हैं.
सोमवार सुबह दिल्ली सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने निजामुद्दीन थाने के पीछे स्थित मरकज को बंद कर सैनिटाइजेशन करवाया. दिल्ली के लोकनायक अस्पताल, एम्स झज्जर कैंपस और उत्तरी रेलवे के क्वारंटीन केंद्र में इन लोगों को रखा गया है. इनमें चीन समेत अन्य देशों के लोग भी हैं. पूरी मरकज में करीब 2000 लोगों के होने की बात कही जा रही है.