उत्तराखंड: तपोवन चौकी इंचार्ज विनोद शर्मा को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने गंगा घाट जाकर इन सबको घूमते पकड़ा. जिसके बाद पुलिस इंचार्ज ने इन्हें समझाने की नीयत से एक अनोखी सजा दी.
उन्होंने दस सैलानियों से- मुझे माफ कर दो. (I did not follow the lockdown. I am so sorry) 500 बार लिखने को कहा, जिससे भविष्य में भी वो इस तरह की गलती ना दोहराएं.
दरअसल, तीर्थनगरी में सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक रिलेक्सेशन पीरियड रहता है. यानी कि अगर किसी शख्स को खाने-पीने या अन्य किसी आवश्यक वस्तु की जरूरत है तो वह जाकर खरीद ले.
विदेशी नागरिक, इसी दौरान सामान खरीदने का बहाना बनाकर गंगा नदी के किनारे घूमने निकल गए. कोई गंगा में डुबकी लगा रहा था तो कोई घूम रहा था.
पुलिस को जैसे ही विदेशी नागरिकों द्वारा लॉकडाउन उल्लंघन करने की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंच गए और उन्हें यह अनोखी सजा देते हुए भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराने का निर्देश देते हुए छोड़ दिया.
वहीं देश की राजधानी दिल्ली के वसंत विहार में रह रही एक विदेशी महिला राजनयिक ने पुलिस के सामने लॉकडाउन मानने से ही इनकार कर दिया. विदेशी महिला उरुग्वे की राजनयिक है.
महिला जब साइकिल चलाने के लिए बाहर निकली तो पुलिस ने रोक लिया. महिला लॉकडाउन का पालन नहीं कर रही थी. उसने मास्क भी नहीं लगाया था.
पुलिस ने जब रोका तो महिला ने पुलिसकर्मियों से कहा कि आप मुझे कुछ नहीं कह सकते. मुझे मास्क पहनने के लिए भी नहीं कह सकते.