नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी कि कोविड-19, जिसका पहला मामला पिछले साल चीन के वुहान में सामने आया था वो स्वाइन फ्लू से 10 गुना ज्यादा घातक है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा, ‘कई देशों के साक्ष्य हमें इस वायरस के बारे में स्पष्ट जानकारी दे रहे हैं कि कैसे यह व्यवहार करता है, इसे कैसे रोका जा सकता है और कैसे इसका इलाज हो सकता है.
हम जानते हैं कि कोविड-19 बहुत जल्दी फैल रहा है और हम यह भी जानते हैं कि यह 2009 की महामारी से 10 गुना ज्यादा घातक है.’ उन्होंने यह भी आग्रह किया कि नियंत्रण उपायों को ‘धीमे और नियंत्रण के साथ’ उठाया जाना चाहिए.
घेब्रेसियस ने कहा, ‘यह सब एक बार में नहीं होगा. नियंत्रण उपायों को केवल तभी अपनाया जा सकता है जब कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए महत्वपूर्ण क्षमता सहित सही सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय किए जाएं.’
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घेब्रेसियस ने कहा, ‘महामारी हर जगह फैल गई है, इसके सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक प्रभाव गहरे हो रहे हैं. जो असुरक्षित रूप से कमजोर लोगों को प्रभावित कर रहे हैं. बहुत बड़ी आबादी पहले से ही नियमित, आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की कमी का अनुभव कर चुकी है.’