रांची: सीटू ने लॉकडाउन अवधि के दौरान मीडिया कर्मियों के रोजगार की समाप्ति और मजदूरी के भुगतान नहीं करने से मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
सीटू के महासचिव तपन सेन ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया, दोनों में रोजगार की समाप्ति और मजदूरी के भुगतान नहीं करने की घटनाओं पर आकर्षित करता हूं, जबकि पत्रकारों सहित ज्यादातर मीडियाकर्मी तालाबंदी की अवधि के दौरान काम पर हैं ताकि राष्ट्र को सभी तरह की सूचनाओं से अवगत रखा जा सके और आपके द्वारा बार बार किये गए संबोधन के संदेशों को भी अपने सम्बंधित माध्यम से जनता तक प्रचारित कर सकें.
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इसके बावजूद प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ’इंडियन एक्सप्रेस और बिजनेस स्टैंडर्ड ने कर्मचारियों को वेतन-कटौती स्वीकार करने के लिए कहा है. वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया ने पूरी रविवार पत्रिका टीम को बर्खास्त कर दिया है जबकि न्यूज़ नेशन ने 16 डिजिटल-सेक्शन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी है और लगभग आधे आकस्मिक क्विंट कर्मियों को बिना वेतन के छुट्टी पर जाने के लिए मजबूर किया गया है. इंडिया टुडे ने 46 पत्रकारों, 6 कैमरामैन और 17 प्रोड्यसर की एक टीम को सेवा से हटा दिया है.
ईटी पनाचे और बॉम्बे टाइम्स विलय करने के लिए तैयार हैं और इस प्रक्रिया में पंचे के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को समाप्त किया जा रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स अपनी पूरी मराठी टुकड़ी को हटा रहा है क्योंकि यह बंद होने जा रहा है. उर्दू के पेपर नई दुनिया और इवनिंग स्टार ऑफ मैसूर और आउटलुक पत्रिका ने उनके प्रिंट प्रकाशन को रोक दिया.