रांची: सरकार अदूरदर्शी और अनिर्णनय की सरकार है, इसमें संवेदनशीलता का घोर अभाव है. यह सरकार समस्याओं को लटकाने और जनता को भटकाने का काम कर रही है. यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने अपने आवास पर एक दिवसीय उपवास के बाद कही.
उन्होंने कहा कि जिनती गंभीरता कोरोना संकट में राज्य सरकार की दिखनी चाहिय थी उतनी नहीं दिखी. हेमंत सरकार एक मुहल्ले की सरकार बनकर रह गई. पूरे प्रदेश की जनता को इसने भगवान भरोसे छोड़ दिया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैंपल जांच की गति धीमी है. लॉकडाउन में सख्ती का अभाव है और यह सब इनकी नीति और नियत साफ नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा. यह सरकार महामारी को भी तुष्टिकरण के चश्मे से देख रही है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य को शुरुआती दिनों से ही सहायता उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं कर रही, परंतु प्रदेश नेतृत्व में आपदा से निपटने हेतु प्रबंधन का अभाव है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से उपलब्ध राशन का वितरण भी यह सरकार गरीबों तक नहीं करा पा रही.
प्रकाश ने कहा कि प्रवासी मजदूरों, पढ़ाई के लिये अन्य राज्यों में गए छात्रों, इलाज के लिये गए मरीजों और उनके परिजनों की इस सरकार को कोई चिंता नहीं है. ना तो सरकार के पास सही आंकड़े हैं ना तो कोई कार्य योजना.
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवासी मजदूरों, छात्रों की परेशानियों को महसूस कर रही है और इसीलिये आज पूरे प्रदेश में उपवास करते हुए हमने सरकार को जगाने और इस दिशा में ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश की है. भारतीय जनता पार्टी हेमंत सरकार के हर सकारात्मक निर्णय पर सहयोग के लिये खड़ी है, परन्तु हम जन समस्याओं पर आंख मूंद कर नहीं बैठ सकते.
हेमंत सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है: रघुवर दास
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उपवास के बाद कहा कि कठिन परिस्थितियों में ही व्यक्ति हो या सरकार उसकी परीक्षा होती है. कोरोना संकट में हेमंत सरकार ने जनता का भरोसा खो दिया है. आज लाखों मजदूर सहायता को तरस रहे है, बच्चे हतोत्साहित होकर घोर निराशा में है और राज्य सरकार बयानबाजी में उलझ कर रह गई है. ऐसे में राज्य की जनता का हेमंत सरकार से भरोसा उठ रहा है.
गरीबों, मजदूरों के साथ क्रूर मजाक कर रही राज्य सरकार: बाबूलाल मरांडी
भाजपा नेता विधायकदल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य के लगभग 9 लाख प्रवासी मजदूर आज विभिन्न राज्यों में फंसे है, उनके परिजन चिंतित है. परंतु सरकार की मशीनरी उनतक पहुंचने में बिफल है.
1 महिने के बाद भी यह सरकार आंकड़ा नहीं जुटा सकी. केंद्र सरकार ने गरीबों के लिये राशन मुहैया कराया है. उसका वितरण तक नहीं करा पा रही सरकार. इसमें भी कालाबाजारी की शिकायत मिल रही.
मरांडी ने कहा कि देश के अन्य राज्य अपने-अपने प्रदेश के प्रवासी छात्रों की चिंता कर रहे है परंतु हेमंत सरकार आरोप प्रत्यारोप में समस्या को टाल रही. ऐसे गंभीर परिस्थिति में सरकार अकर्मण्य बनी हुई है.